जयपुर में ‘ऑपरेशन बुलडोजर’ के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’: सरकार के खिलाफ व्यापारियों में रोष
व्यापारियों ने कहा कि पहलगाम में जैसे आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों को मार डाला था, भाजपा सरकार यहां पर महिलाओं और बच्चों को भूखा दिन बिताने के लिए छोड़ दिया है।
जयपुर । खातीपुरा व्यापार संघ राज्य की भाजपा सरकार से काफी नाराज है। व्यापार संघ के सदस्य ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का बैनर-पोस्टर लेकर अब धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि ‘ऑपरेशन बुल्डोजर’ ने उनको अब सिंदूर खरीदने लायक भी नहीं छोड़ा है। व्यापार संघ के लोगों ने सरकार के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से सांकेतिक विरोध दर्ज कराया है।
हाल ही में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सिरसी रोड पर सड़क चौड़ीकरण के लिए भारी संख्या में दुकानों और मकानों को ढहा दिया गया। जिसके बाद व्यापारी अब विरोध जता रहे हैं। जिन व्यापारियों और निवासियों की दुकानें और मकान सड़क चौड़ीकरण में गिराए गए हैं, अब वे काफी आक्रोशित हैं।
कई लोग हुए बेघर
पीड़ितों का दावा है कि अतिक्रमण के खिलाफ अभियान के बाद प्रभावित परिवार अब अपने परिवार की विवाहित महिलाओं के लिए सिंदूर खरीदने में भी असमर्थ हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष भवानी सिंह राठौर ने कहा कि कुछ दुकानदारों का व्यापार खत्म हो गया है, वहीं कुछ लोग बिना घर के हो गए हैं.
कैसे खरीदेंगे सिंदूर
ये लोग गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं और परिवार के लिए एक वक्त का भोजन भी नहीं जुटा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे साधारण दाल-रोटी नहीं खरीद सकते, तो आप उनसे कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वे अपनी विवाहित महिलाओं के लिए सिंदूर खरीदेंगे।
जेडीए पर मनमानी का आरोप
भवानी सिंह ने कहा कि जेडीए ने पंचायत के पट्टों पर गौर नहीं किया। दिखावे के नाम पर शिविर लगाए। कार्रवाई में जेडीए ने मनमानी की। 25 मई की कार्रवाई एकतरफा थी। उन्होंने कहा कि भूखंड स्वामित्व के संबंध में अप्रैल में शिविर भी लगाए थे, दस्तावेज लिए थे। इन पर कोई निर्णय नहीं बताया गया।
विधायक से मिले व्यापारी
एक अन्य सदस्य ने कहा कि पहलगाम में जैसे आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों को मार डाला था, भाजपा सरकार यहां पर महिलाओं और बच्चों को भूखा दिन बिताने के लिए छोड़ दिया है। व्यापारियों की मांग है कि जो निर्माण तोड़े गए हैं, उसके बदले में मुआवजे के साथ पुनर्वास किया जाए। धरने पर बैठने के बाद व्यापारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधायक गोपाल शर्मा को ज्ञापन दिया और जेडीए की कार्रवाई को अमानवीय बताया।