इसके बाद अब सीकर रोड और अजमेर रोड की ओर से आने वाली बसों को भी बाहर करने की कवायद की जा रही है। इसके लिए हीरापुरा बस टर्मिनल को जल्द शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। यहां अजमेर रोड की ओर से आने वाली बसों को रोका जाएगा। इसके अलावा सीकर रोड पर जगह तलाशी जा रही है। यहां पर सीकर रोड की निजी बसों का ठहराव किया जाएगा।
छोटी बसें चलेंगी, शहर का यातायात होगा सुगम परिवहन विभाग की ओर से यातायात को सुगम बनाने के लिए बड़ी बसों के संचालन पर रोक लगाई जाएगी। शहर में 32 सीटर से अधिक बसों का संचालन नहीं हो पाएगा। शहर में अब जितनी भी निजी और सरकारी बसें संचालित होंगी, वे 32 सीटर से अधिक नहीं होंगी। इतना ही नहीं, जेसीटीएसएल की ओर से आने वाली बसों की सीट संख्या भी 32 से अधिक नहीं होगी। अभी जो बसें 32 सीटर से अधिक चल रही हैं, उन्हें बंद किया जाएगा।
जिस रूट पर जिस वाहन का परमिट वहीं चलेगा राजधानी में अभी वाहन परमिट नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं। जिस वाहन को जिस रूट का परमिट जारी किया गया है, वह उस रूट पर संचालित नहीं हो रहा है। ऐसे में वाहन बिना परमिट रूट के ही चल रहे हैं। इससे सड़कों पर वाहन व्यविस्थत रूप से नहीं चल रहे हैं। अब आरटीओ की ओर से इस पर सख्ती की जा रही है। वाहन को जिस रूट का परमिट जारी किया गया है, वाहन को उसी रूट पर चलाना होगा।
ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठक में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मजबूत करने के लिए कई निर्णय लिए गए हैं। इन पर काम शुरू कर रहे हैं। शहर की चाराें दिशाओं से आने वाली निजी बसों को बाहर ही रोकने की तैयारी है। इस पर काम किया जा रहा है। आगरा, दिल्ली और टोंक रोड का काम पूरा कर लिया गया है।
– राजेन्द्र सिंह शेखावत, आरटीओ प्रथम