बता दें कि इसकी शुरुआत जोधपुर से की जा रही है। लोगों के लिए बुकिंग और पैसा देने के बाद भी फ्लैट का कब्जा न मिलना, अतिरिक्त चार्ज वसूली, अधूरे प्रोजेक्ट जैसी समस्याएं सामने आती रही है। वहीं, बिल्डर-डेवपलर्स भी बुकिंग राशि समय पर नहीं मिलने, निकायों-विकास प्राधिकरण स्तर पर समय पर अनुमति नहीं मिलने जैसी परेशानी से जूझते रहे हैं। ऐसे मामले कम नहीं होने के चलते रेरा ने फील्ड में उतरने का फैसला किया।
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जानें क्या है स्थिति
रेरा में 3,728 प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड हैं। इसमें प्लॉट 1745, कॉमर्शियल 105, ग्रुप हाउसिंग 1775, आवासीय और कॉमर्शियल मिक्स 103 है। इसमें 561 बिल्डर-डेवलपर्स ने एक्सटेंशन लिया, जबकि अब तक नौ प्रोजेक्ट से 1.87 करोड़ रुपए पेनल्टी वसूली गई है।
यहां कर सकते हैं शिकायत-संपर्क
रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी गठित है, जिसका मुख्यालय जयपुर के उद्योग भवन परिसर में है। यहां फोन नंबर 0141-2851900 पर शिकायत की जा सकती है। इसके अलावा complaint.rera@rajasthan.gov.in पर ई-मेल कर सकते हैं।