आरजीएचएस में चिकित्सकों द्वारा घर ओपीडी पर राजकीय कार्मिकों, पेंशनरों एवं उनके परिजनों को चिकित्सीय परामर्श देने की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिये एक नवाचार किया गया है। इसके तहत अनुमोदित निजी चिकित्सालयों के चिकित्सकों को आरजीएचएस पोर्टल पर अपना वन टाइम रजिस्ट्रेशन करवाना होगा और इसके बाद घर पर ओपीडी में देखे जाने वाले आरजीएचएस योजना के लाभार्थियों की ओपीडी जानकारी पोर्टल पर अपलोड करनी होगी।
यह पंजीयन एसएसओ आईडी (SSOID) से किया जाएगा और पूरी प्रक्रिया महज दो मिनट में पूरी की जा सकती है। इसके बाद चिकित्सकों को घर पर देखे गए आरजीएचएस लाभार्थियों की ओपीडी जानकारी पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। यह प्रक्रिया दिन के किसी भी समय, 24 घंटे की अवधि में पूरी की जा सकती है।
आरजीएचएस के इस नवाचार का उद्देश्य यह है कि पोस्ट ऑडिट में फर्जी ओपीडी या दवा वितरण की घटनाओं को रोका जा सके। अतीत में यह पाया गया कि फार्मेसी के माध्यम से ओपीडी की सत्यता सुनिश्चित करने का कोई स्पष्ट तरीका नहीं होने के कारण कई बार दवाइयों के स्थान पर अन्य वस्तुएं प्राप्त की गईं, जिनके विरुद्ध कार्रवाई भी की गई।
25 से 30 मई के बीच सभी अनुमोदित चिकित्सकों को पंजीयन कराने के निर्देश दिए गए हैं। शुक्रवार को एक लाइव डेमो आयोजित कर यह प्रक्रिया स्पष्ट की गई, जिसमें एडमिशन और डिस्चार्ज के समय मरीजों की फोटो अपलोडिंग की प्रक्रिया पर भी प्रकाश डाला गया।
यह पहल न केवल सरकारी कर्मचारियों, पेंशनर्स और उनके परिवारजनों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक विश्वसनीय और पारदर्शी बनाएगी, बल्कि चिकित्सकीय जवाबदेही को भी मजबूती देगी।