आयोग के सचिव ने बताया कि कार्मिक विभाग के आदेश 27 नवंबर 2024 के तहत बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन की अनुमति दी गई थी, जिसके आधार पर अब सभी अभ्यर्थियों को स्टेट रिक्रूटमेंट पोर्टल पर ई-केवाईसी करना जरूरी होगा।
7 जुलाई 2025 से शुरू होगा ई-केवाईसी का मौका
आयोग ने स्पष्ट किया कि 7 जुलाई 2025 से अभ्यर्थियों को अपने ओटीआर में आधार या जन आधार से ई-केवाईसी करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। जिन अभ्यर्थियों ने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की होगी, वे न तो आवेदन कर पाएंगे और न ही आगामी भर्तियों में पात्र माने जाएंगे।
10 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों की प्रोफाइल अभी भी असत्यापित
आयोग के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में ओटीआर पोर्टल पर 69 लाख 58 हजार 433 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं, जिनमें से 37.53 लाख आधार से और 21.70 लाख जन आधार से केवाईसी कर चुके हैं। जबकि 10.34 लाख अभ्यर्थियों ने केवल एसएसओ आईडी से रजिस्ट्रेशन किया है, जो अब बिना ई-केवाईसी के अमान्य माना जाएगा।
दोहरी प्रोफाइल की समस्या भी सामने आई
आयोग की जांच में यह भी सामने आया है कि कुछ अभ्यर्थियों ने विभिन्न एसएसओ आईडी से एक से अधिक प्रोफाइल बना रखी हैं। इस दोहराव को रोकने और अभ्यर्थियों की सटीक पहचान सुनिश्चित करने के लिए यह नया नियम आवश्यक बताया गया है।
समय पर केवाईसी करें, नहीं तो भर्ती से वंचित होंगे
आयोग ने सभी अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे भविष्य की किसी भी भर्ती प्रक्रिया में किसी असुविधा से बचने के लिए समय रहते अपने ओटीआर की ई-केवाईसी अनिवार्य रूप से पूरी करें।