CM शर्मा का अशोक गहलोत पर कटाक्ष
गुजरात के वडोदरा में प्रवासी राजस्थानियों द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अशोक गहलोत के बयान को खारिज करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। वह कह रहे हैं कि हम घूमने आए हैं, जबकि हम यहां राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा लेने और जनसेवा की दिशा में मार्गदर्शन लेने आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वही भूमि है जहां से सरदार पटेल ने राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया। गहलोत को सलाह देते हुए भजनलाल ने कहा कि आपने यदि देश के महान नेताओं के विचारों को आत्मसात किया होता, तो आपकी राजनीतिक स्थिति आज यह नहीं होती। आपकी मानसिकता ही आपको डुबो रही है। इसका वीडियो भाजपा प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने शेयकर किया है।
बाड़ेबंदी और प्रशिक्षण में फर्क होता है- राठौड़
वहीं, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी पूर्व सीएम गहलोत के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि गहलोत जी भूल गए कि बाड़ेबंदी तब होती है जब सरकार अल्पमत में हो और डर के साए में विधायकों को होटल में छिपाया जाए। भाजपा का प्रशिक्षण शिविर विचारधारा, सुचिता और सेवा भावना से जुड़ा है, न कि सत्ता बचाने के डर से। राठौड़ ने कहा कि भाजपा एक विचारधारा आधारित दल है, और उसके सभी जनप्रतिनिधियों के लिए नियमित अंतराल पर प्रशिक्षण देना एक परंपरा है। सुबह 5 से 8 बजे तक चलेगा प्रशिक्षण, इसमें संगठन, नीतियों और जनसेवा की योजनाओं पर विमर्श होगा।
क्या बोले अशोक गहलोत?
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि भाजपा द्वारा हमारी सरकार गिराने का षड़यंत्र करने पर विधायकों को एकजुट रखने के लिए कुछ दिन होटल में रहना पड़ा जिससे भाजपा का कोई प्रलोभन काम न करे। अंतत: भाजपा के धनबल की हार हुई तथा सत्य की विजय हुई और हमारी सरकार चलती रही। परन्तु यह बेहद ही आश्चर्यजनक है कि आज से अगले कुछ दिनों तक राजस्थान के मुख्यमंत्री सहित पूरी सरकार और भाजपा विधायक दल समेत गुजरात में आलीशान टैंटनुमा रिजॉर्ट में प्रशिक्षण लेने के लिए जा रहा है। ऐसा पहली बार देखा जा रहा है जब सरकार बने डेढ़ साल हो जाने के बाद प्रशिक्षण दिया जा रहा है। क्या भाजपा हाईकमान को लगता है कि डेढ़ साल में राजस्थान की सरकार विफल हो चुकी है इसलिए प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है?
उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण में ऐसा क्या होगा जो राजस्थान में नहीं किया जा सकता? जब हमारी सरकार के दौरान अंतरराष्ट्रीय आयोजन G-20 की बैठक जयपुर, उदयपुर आदि शहरों में हुईं थीं तो भाजपा के मुख्यमंत्री और विधायकों का प्रशिक्षण राजस्थान के बाहर करवाने की नौबत क्यों आई?
अशोक गहलोत ने कहा कि जब राज्य की जनता बिगड़ चुकी कानून व्यवस्था, गर्मी में पानी और बिजली की कमी, चिकित्सा सुविधाओं के बंटाधार से त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है तब भाजपा की पूरी सरकार मौज-मस्ती के लिए गुजरात में है। राजस्थान की जनता इसे याद रखेगी।