स्वर्णनगरी में होली के बाद पहले रविवार को परम्परागत रूप से मनाए जाने वाले अदीत रोटा पर्व की धूम रही। महिलाओं ने सूर्यदेव की आराधना कर अपने भाइयों की सलामती और पीहर कुल की समृद्धि की कामना की। शहर के विभिन्न मोहल्लों और कॉलोनियों में धार्मिक उत्साह का माहौल रहा। महिलाओं ने परम्परागत रीति-रिवाज के अनुसार चक्की से पीसे गए आटे का बड़ा रोट बनाया, जिसे घी में सेककर सूर्य नारायण को अर्पित किया गया। खास बात यह रही कि इस दौरान नमक का प्रयोग पूरी तरह वर्जित रहा। अदीत रोटा व्रत रखने वाली युवतियों शीतल, शिल्पा, वर्षा, हिना व मनीषा ने बताया कि यह पर्व अन्य त्योहारों से अलग है। जहां बाकी पर्व परिवार के साथ घर में मनाए जाते हैं, वहीं अदीत रोटा पर्व महिलाएं अपनी सखियों के साथ घर के बाहर मनाती हैं। इस दिन बेटी व बहन पक्ष के सदस्यों को भोजन करवाने की परम्परा भी निभाई जाती है।
सूर्यदेव की पूजा-अर्चना के दौरान ईष्ट के प्रति अटूट आस्था और मन्नत पूर्ण होने की कामना के साथ ही माहौल में धार्मिक भावना भी झलक रही थी। महिलाओं ने पारम्परिक गीतों के साथ पर्व की खुशियां मनाईं।
Hindi News / Jaisalmer / अदीत रोटा पर्व: भाई की सलामती के लिए महिलाओं ने की सूर्यदेव की आराधना