5 दिनों तक होंगे अनुष्ठान, तैयारियां शुरू
आचार्य पंडित बिस्सा ने बताया कि गत 15 वर्षों से प्रतिवर्ष मल मास में 27 से 31 दिसंबर तक आशापुरा माता मंदिर में भारतीय लघु पंचांग परिवार एवं बीकानेर व पोकरण के श्रद्धालुओं के सहयोग से शतचंडी महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 27 दिसंबर से शतचंडी महायज्ञ शुरू किया जाएगा। इस दिन सुबह 9 बजे प्रायश्चित कर्म, हिमाद्री संकल्प, दस विधि स्नान, सरोवर पूजन, कलश पूजन कर सवा 10 बजे कलश यात्रा निकाली जाएगी और मंडप प्रवेश पूजन किया जाएगा। इसके बाद हवनात्मक यज्ञ शुरू किया जाएगा। 5 दिनों तक शतचंडी यज्ञ के दौरान दुर्गाशप्तशति के पाठ कर हवनात्मक यज्ञ किया जाएगा। इसमें यजमानों की ओर से आहुतियां दी जाएगी।
मेवों व औषधियों से देंगे आहुतियां
उन्होंने बताया कि पहले दिन कन्या पूजन व मंडपस्थ स्थित देवताओं का आह्वान कर पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद लगातार पांच दिनों तक सुबह व शाम दो पारियों में यज्ञ किया जाएगा। इसमें सुबह होने वाले यज्ञ में सामान्य हवन सामग्री और शाम को सूक्त पाठ के साथ ड्राइफ्रूट पंचमेवों एवं औषधियों की आहुति दी जाएगी। साथ ही दोपहर में मां भगवती का गुलाब के पुष्पों से अर्चन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यज्ञ की पूर्णाहुति 31 दिसंबर को की जाएगी।