आपको बता दे कि लक्ष्य से विभाग काफी पीछे चल रहा है जबकि अब वित्तीय वर्ष को माह डेढ़ माह का समय और रह गया है। जिला मुयालय जांजगीर के पंजीयन दतर में स्थिति और खराब है। यहां लक्ष्य की तुलना में आधी भी जमीन रजिस्ट्री इस बार नहीं हुई है। चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) में
जांजगीर पंजीयन दफ्तर को 43 करोड़ रुपए राजस्व आय का लक्ष्य मिला है। इसके विरूद्ध बीते दस माह (अप्रैल 24 से जनवरी 25) में 21 करोड़ 33 लाख रुपए की आय हुई है जो लक्ष्य का 49.63 प्रतिशत ही है।
CG News: नए साटवेयर से प्रक्रिया हुई जटिल
अब शेष बचे दो माह फरवरी और मार्च में 21 करोड़ 67 लाख रुपए की आय होना संभव नजर नहीं आ रहा। फरवरी माह चुनाव में भी बीत रहा है। पहले
नगरीय निकाय चुनाव और फिर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव है। इसमें पूरा फरवरी माह बीत जाएगा। खरीदी-बिक्री में कमी की एक नजर चुनावी माहौल भी बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार ने 25 जुलाई 2019 को
छत्तीसगढ़ प्रदेश में कलेक्टर गाइडलाइन में जमीन के सरकारी भाव में 30 प्रतिशत छूट का नियम लागू किया था। हालांकि छूट देते हुए टैक्स 4 फीसदी कर दिया था। लेकिन अब 30 प्रतिशत छूट भी खत्म कर दी गई है और टैक्स को नहीं घटाया गया। शासन ने जमीन रजिस्ट्री का साटवेयर बदल दिया है। अब जमीन रजिस्ट्री एनजीडीआरएस साटवेयर के जरिए हो रहे हैं। इसमें पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है।