इससे आवेदकों को ई-मित्र के माध्यम से आवेदन के बावजूद कनेक्शन के लिए डिस्कॉम कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सुगमता एवं पारदर्शिता के साथ उन तक सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित की जा सकेगी। इससे लंबित कनेक्शनों की मॉनीटरिंग का काम भी ऑनलाइन हो पाएगा। अजमेर, जयपुर, जोधपुर विद्युत वितरण कपनियों ने एक साथ यह सुविधा प्रारंभ कर दी है।
गौरतलब है कि बिजली बिल जमा कराने, कनेक्शन के लिए आवेदन तथा अन्य सेवाओं के भुगतान संबंधी सेवाएं ई-मित्र पर पहले से ही प्रदान की जा रही थीं। लेकिन, ई-मित्र एप्लीकेशन के एनसीएमएस मॉड्यूल से इंटीग्रेटेड नहीं होने के कारण आवेदकों को डिस्कॉम कार्यालय जाना पड़ता था।
अब सब डिविजन कार्यालयों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। जल्द ही स्वीकृत विद्युत भार में बढोतरी या कमी, नाम और श्रेणी परिवर्तत जैसी सेवाएं भी ई-मित्र के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी। नए कनेक्शन के लिए आवेदन की यह सुविधा बिजली मित्र मोबाइल एप पर भी उपलब्ध है।
पेपरलैस सिस्टम को मिलेगी मजबूती इससे सब डिविजन कार्यालयों में हर कनेक्शन के लिए अलग से मैन्यूअल पत्रावलियां तैयार करने से फाइलों के बढ़ते बोझ के काम को भी कम किया जा सकेगा। इससे राजस्थान डिस्कॉम की कार्यप्रणाली में पेपरलैस सिस्टम को मजबूती मिलेगी। साइट निरीक्षण में
आएगी पारदर्शिता आवेदक की ओर से नए कनेक्शन के लिए आवेदन के बाद साइट के निरीक्षण के लिए कनिष्ठ साइट सत्यापन मोबाइल एप्लीकेशन को भी एनसीएमएस के साथ एकीकृत कर दिया है। इससे नए कनेक्शन की फिजिबलिटी तथा एस्टीमेट मौके पर ही तैयार किया जाएगा। कनिष्ठ अभियंता साइट वेरीफिकेशन एप और एनसीएमएस के इंटीग्रेटेड करने से ऑन साइट जांच में पारदर्शिता आएगी और समय की बचत भी होगी।
जिले में अब कोई भी उपभोक्ता किसी भी ई-मित्र से ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। इससे उसको कार्यालय के चक्कर कम हो जाएंगे। नए एनसीएमएस के इंटीग्रेटेड करने से ऑन साइट जांच में पारदर्शिता आएगी और समय की बचत भी होगी। इससे सीधे उपभोक्ता के पास मैसेज जाएगा। उसके बाद वो डिमांड जमा करवा सकता है।
अजय सोनी, अधिशासी अभियंता, जयपुर डिस्कॉम, झालावाड़