पूजा ने अरेस्ट होने के बाद अपने पहले पति की कहानी पुलिस को सुनाई। पूजा जाटव मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहती थी। उसकी पहली शादी 11 साल पहले ओरछा के रमेश से हुई। वो प्राइवेट जॉब करता था। शादी के बाद पूजा और उसके पति के बीच झगड़े होने लगे। पूजा शुरू से गुस्सैल स्वभाव की थी। उसने सुपारी देकर अपने पहले पति पर ही गोली चलवा दी थी। पति ने पूजा के खिलाफ ही केस दर्ज कराया, इसका मुकदमा कोर्ट तक पहुंचा।
केस के सिलसिले में ग्वालियर कोर्ट जाती थी पूजा
ग्वालियर कोर्ट परिसर में पूजा को महीने की 1 से 2 तारीखों पर आना होता था। यहीं पर पहली बार उसकी मुलाकात कल्याण से हुई। कल्याण पर उस वक्त लूट, मारपीट और धोखाधड़ी के 6 केस चल रहे थे। वह भी सुनवाई के दौरान झांसी से कोर्ट पहुंचता था। यहां पूजा और कल्याण के बीच पहले दोस्ती, फिर प्यार हो गया। कोर्ट कैंपस में दोनों ने तय किया कि अब आगे की जिंदगी साथ बिताएंगे।
कल्याण के घर में नहीं हुई पूजा की एंट्री
कल्याण राजपूत झांसी के टहरौली इलाके के कुम्हरिया गांव में रहता था। कल्याण पूजा को अपने घर लेकर नहीं जा सकता था। इसलिए उसने महानगर इलाके में किराये का एक मकान लिया और पूजा के साथ लिव इन में रहने लगा। पूजा के बारे में कल्याण के परिवार को जानकारी थी, मगर कभी भी पूजा की कल्याण के घर में एंट्री नहीं हो सकी। दोनों 6 साल तक साथ रहे, मगर उनके कोई संतान भी नहीं हुई। इस बीच कल्याण की एक रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई। आगे पूजा ने पुलिस को बताया कि वह अकेले महानगर वाले घर में रहती थी। कल्याण के बड़े भाई संतोष और ससुर अजय मुझसे मिलने आए। उन्होंने कहा- कल्याण की पत्नी हो तो घर में चलकर रहो। तब तक मेरी और कल्याण की शादी नहीं हुई थी। इसलिए मैं भी चुपचाप उनके घर जाकर रहने लगी।
पूजा का कहना है कि उसके शादीशुदा जेठ उसे पसंद करने लगे। धीरे-धीरे दोनों में प्यार बढ़ा और संबंध बन गए। इसके बाद उसका कहना है कि पूजा ने जेठ के साथ शादी कर ली। उसके बाद उसे एक बेटी हुई। मेरी ससुर से भी अच्छी बनती थी। मगर सास सुशीला देवी मुझे पसंद नहीं करती थीं।
संतोष की पहली पत्नी से होने लगी लड़ाई
पूजा का कहना है कि पिछले एक साल से घर में विवाद हो रहा था। जेठ की पत्नी रागिनी नहीं चाहती थी कि वह और पूजा दोनों साथ रहे। ऐसे में पूजा 9 माह पहले अपने मायके चली गई थी। जेठ व ससुर के पास 16 बीघा जमीन है। पूजा चाहती थी कि 8 बीघा जमीन उसे मिले। मगर उसकी सास इसके लिए तैयार नहीं थी। ऐसे में पूजा ने सास को ही रास्ते से हटाने की ठानी।
ऐसे सास को रास्ते से हटाया
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया- प्लान के तहत पूजा ने अपने ससुर अजय को फोन करके कहा कि बेटी का जन्मदिन है, इसलिए आपको ग्वालियर आना होगा। अजय 22 जून को ग्वालियर पहुंच गए। पूजा ने संतोष को भी कॉल किया। संतोष ललितपुर के शराब के ठेके पर काम करता है, वह भी 23 जून को ग्वालियर पूजा के पास पहुंच गया। संतोष से पूजा ने कहा कि वो फिर से गर्भवती है, अब ये बच्चा नहीं चाहिए। इसलिए उसको आना होगा। पूजा की बहन कमला और उसका बॉयफ्रेंड अनिल बाइक से कुम्हरिया गांव पहुंचे। गांव के बाहर बाइक खड़ी की और पैदल ही सुशीला के घर पहुंच गए। वहां सुशीला उनको देखकर नाराज हो गई। विवाद के बीच कमला सुशीला को घसीटकर अंदर कमरे में लेकर गई। दोनों ने मिलकर सास को बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया। बेहोश होने पर उसके मुंह में कपड़े ठूंस दिए और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। इस घटना को लूट दिखाने के लिए अलमारी में रखे जेवर और कैश भी निकाल लिए। इसके बाद दोनों ग्वालियर आ गए।
इस पूरे मामले को लेकर ज्ञानेन्द्र कुमार (पुलिस अधीक्षक नगर) ने बताया, पूजा और उसकी बहन कमला को पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। अब एनकाउंटर में आरोपी अनिल वर्मा को भी पकड़ लिया गया है। उसके पैर में गोली लगी है। 8 लाख का जेवर भी बरामद हो गया है।