नवाबगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती करीब पांच दिन पहले हाफिजगंज क्षेत्र के गांव हरहरपुर मटकली निवासी युवक के साथ चली गई थी। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने उसे बरामद कर लिया। इसके बाद दोनों पक्षों में पंचायत हुई, जिसमें प्रेमी ने जेल जाने के डर से निकाह के लिए सहमति दे दी। निकाह की तारीख 2 जुलाई तय हुई थी, और युवक के पिता ने पंचायत में लिखित सहमति पत्र भी दिया था।
परिजनों ने बुलाए हलवाई, सज गया मंडप
प्रेमिका के परिवार ने खुशी-खुशी निकाह की तैयारियां शुरू कर दीं। घर पर सजावट हुई, हलवाई बुलाए गए और बारातियों के स्वागत का इंतजाम भी कर लिया गया। युवती ने प्रेमी के नाम की मेहंदी भी रचाई और पूरे उत्साह के साथ दुल्हन की तरह सजकर बारात का इंतजार करने लगी। लेकिन बुधवार शाम तक जब बारात नहीं पहुंची, तो परिवार ने युवक के घर फोन किया। जवाब में युवक ने साफ इनकार कर दिया कि वह निकाह नहीं करेगा। युवती और उसके परिजनों के होश उड़ गए।
कोतवाली पहुंची दुल्हन बनी युवती
निकाह से इनकार करने के बाद युवती अपनी भाभी के साथ सीधे कोतवाली पहुंची और प्रेमी व उसके परिजनों के खिलाफ धोखाधड़ी व मानहानि की तहरीर दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रेम में विश्वासघात की यह घटना न केवल युवती के जीवन में गहरा आघात है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि भावनाओं से खेलना कितना नुकसानदेह हो सकता है।