बेटों को परेशान मत करना…
बेटों व बहुओं ने भले ही अंतिम समय साथ नहीं रहे, लेकिन माता-पिता अपने बच्चों से गहरा लगाव रखते थे। पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें महिला ने लिखा है कि बीमारी से तंग आकर मैं और मेरे पति अब दुनिया से जा रहे हैं। हमारे बेटों को परेशान मत करना।
बदबू आने पर देखा छत पर जाकर
पड़ोसी महेंद्र दाधीच को बदबू आई तो उन्होंने छत पर जाकर देखा। मकान में कूलर चल रहा था, लेकिन कोई हलचल नहीं दिखी। सूचना पर मुकुंदगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ कर अंदर दाखिल हुई। वहां दोनों अलग अलग चारपाई पर मृत पाए गए।
आस-पास के लोग करते थे मदद
मोहल्लेवासी महेश पासोरिया के अनुसार मृतक दम्पती मकान में अकेले ही रहते थे और अक्सर बीमार रहते थे। उन्होंने बताया कि बीमार होने पर पड़ोसी और आसपास के लोग ही अस्पताल ले कर जाते थे और खाने-पीने की व्यवस्था भी करते थे।
एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार
पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और शाम को शव परिजनों को सौंप दिए। दम्पती का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया।
अकेले रहते थे
बुजुर्ग दम्पती ने आत्महत्या की है। दम्पती मकान में अकेले रहते थे। इनके 2 बेटे जयपुर और 1 बेटा बेंगलूरु रहता है। घटना मंगलवार की है। -रतनलाल, एएसआई, पुलिस थाना मुकुंदगढ़