…तो पानी के लिए तरसना नहीं पड़ता
बिट्टा ने कहा कि पाकिस्तान की आम जनता को भी अब आईएसआई और आतंकियों के खिलाफ सड़कों पर उतरना चाहिए। जनता को लगना चाहिए कि आतंक के कारण उनको पानी नहीं मिल रहा। आतंकियों ने अगर किसी बहन के भाई को नहीं मारा होता, किसी पत्नी के सामने उसका सुहाग नहीं उजाड़ा होता, किसी बच्चे के सिर से उनके पिता का साया नहीं उठाया होता तो आज पाक को पानी के लिए नहीं तरसना पड़ता। हमने कभी पाकिस्तान को पानी के लिए मोहताज नहीं किया, लेकिन अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को जल संकट का सामना करना पड़े, ताकि वहां की जनता भी समझे कि आतंक का अंजाम क्या होता है।
नुकसान सहन कर लेंगे
बिट्टा ने कहा कि हमारा चाहे कितना भी नुकसान हो जाए, लेकिन पाक को सबक सिखाना होगा। हम नुकसान सहन कर लेंगे, लेकिन भविष्य का ऐसा भारत छोड़ जाएंगे जहां आतंकवाद बिल्कुल नहीं हो। पाकिस्तान ने उस समय हमला करवाया, जब हमारे प्रधानमंत्री सऊदी अरब गए हुए थे। अमरीका के उप राष्ट्रपति भारत आए हुए थे। पाकिस्तान ने पीठ पर छुरा घोंपा है।