अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) निशांत भारद्वाज ने बताया कि मूलत: बालोतरा में सरवड़ीपुरोहितान गांव हाल गंगाणा में अरिहंत अदिता के क्लेसिया बिल्डिंग निवासी सीए भवानी सुथार गत 21 दिसम्बर की शाम परिवार सहित गांव गए थे। दूसरे दिन पड़ोसी ने चोरी की सूचना दी थी। चोर ने पलंग में बने गोपनीय दराज में रखे 30 तोला सोना व 40 तोला चांदी के जेवर और तीन-चार हजार रुपए चुरा लिए थे। थानाधिकारी शकील अहमद के निर्देशन में एएसआइ दमाराम व टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोर की पहचान की और संभावित जगहों पर दबिश देकर मूलत: शेरगढ़ थानान्तर्गतसियांदा गांव निवासी खुमाराम उर्फ खुमेश सुथार (21) को गिरफ्तार किया। कोर्ट में पेश करने पर उसे दो दिन रिमाण्ड पर भेज दिया गया। उसकी निशानदेही से भगत की कोठी स्थित कमरे से चोरी का सम्पूर्ण 30 तोला सोना व 40 तोला चांदी के जेवर बरामद किए गए। फिलहाल आरोपी के साथ किसी अन्य की भूमिका सामने नहीं आई है। फिर भी उससे पूछताछ की जा रही है। कार्रवाई में एएसआइ दमाराम व कांस्टेबल रघुवीर की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जाती है। थानाधिकारी शकील अहमद ने बताया कि खुमाराम जल्द अमीर बनना चाहता था। वह ऑनलाइन जुआ-सट्टा खेलने लगा था। उसे इसकी लत लग गई थी। मौजमस्ती में पैसे उड़ाता था। उसकी कई युवतियां दोस्त हैं। इन सबकी वजह से उस पर कुछ कर्जा भी हो गया था। ऐश मौज व बड़ा सटोरिया बनने के लिए उसे रुपए की जरूरत थी। तब उसने सीए के मकान में चोरी करने की साजिश रची थी।
मोपेड में लगी थी फ्लैट की चाबी, उससे बनाई थी डुप्लीकेट
आरोपी खुमाराम और फ्लैट मालिक दूर के रिश्तेदार भी हैं। वह कुछ समय पहले सीए के ऑफिस में एकाउंट्स का काम सीखने आता था। इस दौरान वह सीए के घर भी गया था, जहां फर्नीचर का काम चल रहा था। वह सीए के घर से मोपेड मांगकर कोई काम से ले गया था। मोपेड की चाबी के साथ फ्लैट की चाबी भी लगी थी। तब खुमाराम ने उसकी डुप्लीकेट चाबी बनवा ली थी।
लॉक खोलकर ले गया ताकि चाबी से खोलना न लगे
आरोपी खुमाराम काफी शातिर है। फर्नीचर बनाने का कुछ जानकार भी है। सीए के परिवार सहित गांव जाने का उसे पता लग गया था। वह फ्लैट पहुंचा और डुप्लीकेट चाबी से मुख्य गेट खोलकर अंदर घुसा। वह गेट के अंदर लगा लॉक खोलकर साथ ले गया था। ताकि पुलिस व सीए को लगे कि किसी ने लॉक तोड़कर चोरी की है।
खाली हाथ गया और भरा बैग लेकर लौटा था
वारदात होने के बाद पुलिस ने अपार्टमेंट व आस-पास के सौ सीसीटीवी कैमरे चैक किए। अपार्टमेंट आने-जाने वालों की जानकारी जुटाई। खुमाराम भी इनमें शामिल था। वह खाली हाथ गया था और भरा बैग लेकर बाहर आया था। फिर वह अपार्टमेंट के गार्ड से नजरें बचाकर बाहर निकला था। इससे उस पर संदेह हो गया था।