scriptRajasthan Budget 2025-26: राजस्थान के बजट से काले हिरणों को भी बड़ी उम्मीद, 14 साल से इंतजार | Gudha was declared a conservation area in Jodhpur 14 years ago, Plan was made 07 years ago, but it was not approved | Patrika News
जोधपुर

Rajasthan Budget 2025-26: राजस्थान के बजट से काले हिरणों को भी बड़ी उम्मीद, 14 साल से इंतजार

Conservation Areas in Jodhpur: 2011 में गुढ़ा बिश्नोइयान को कंजर्वेशन क्षेत्र घोषित किया, 07 साल पहले प्लान बनाया, लेकिन अप्रूव नहीं हुआ, अब फिर 26 करोड़ से गुढ़ा कंजर्वेशन और खीचन में कुरजा कंजर्वेशन को डवलप करने का प्लान सरकार को भेजा

जोधपुरFeb 01, 2025 / 08:42 am

Rakesh Mishra

Conservation Areas in Jodhpur

पत्रिका फोटो

सौरभ पुरोहित

Jodhpur News: राजस्थान के जोधपुर से सटे हुए गुढ़ा बिश्नोइयान को सरकार ने 14 साल पहले कंजर्वेशन क्षेत्र घोषित कर दिया था, लेकिन किसी भी सरकार ने इसे विकसित करने पर ध्यान नहीं दिया, जबकि इस क्षेत्र में काले हिरणों की संख्या भी ज्यादा है। साथ ही इस कंजर्वेशन क्षेत्र के पास ही गुढ़ा तालाब भी है।
हैरत की बात तो यह है कि कई राजनेता इस गांव से सीधा जुड़ाव रखते हैं। इसके बाद भी वर्ष 2011 में यह सिर्फ कंजर्वेशन रिजर्व क्षेत्र घोषित होकर रह गया। सात साल पहले प्लान बना था, लेकिन वह अप्रूव नहीं हुआ। अब एक बार फिर से राज्य सरकार को प्लान बनाकर भेजा गया है।

2011 में कंजर्वेशन रिजर्व घोषित

जोधपुर से करीब 30 किमी दूर स्थित गुढ़ा तालाब से दो किलोमीटर आगे खसरा संख्या 710 व 753 की 231 हेक्टयेर भूमि पर गुढ़ा को वर्ष 2011 में कंजर्वेशन रिजर्व घोषित किया गया था। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार इसे विकसित करने के लिए वर्ष 2016-17 में प्लान तैयार किया गया था, लेकिन गत सरकार ने इसे अप्रूव नहीं किया। उसके बाद सात साल तक कोई प्लान तैयार नहीं किया गया।
इस बार वन विभाग के मैनेजमेंट प्लान में गुढ़ा कंजर्वेशन रिजर्व को फिर से शामिल करके 13 करोड़ का प्लान बनाया गया है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्लान को राज्य सरकार के पास भेजा गया है। इस पर 3-4 बार अतिरिक्त जानकारी मांगी गई है। सरकार की स्वीकृति मिलते ही इसे विकसित करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

क्षेत्र में 215 से ज्यादा हिरण

डीएफओ सरिता चौधरी ने बताया कि वन्यजीवों की गणना के आंकड़ों के मुताबिक गुड़ा में 215 से भी ज्यादा हिरणों की संख्या है। ब्लैक बक की संख्या भी बहुत है। इसके चलते अगर यह कंजर्वेशन क्षेत्र विकसित होता है, तो पर्यटकों की संख्या में यहां इजाफा होगा।

ये कार्य होंगे

  • * हिरणों को देखने के लिए वॉचिंग टावर
  • * चार दिवारी का निर्माण
  • * वॉचिंग ट्रैक
  • * तारों से होगी फेंसिंग

इस बार इक्के-दुक्के पर्यटक ही पहुंचे

सूत्रों के मुताबिक इस बार गुढ़ा तालाब तक इक्के-दुक्के पर्यटक ही पहुंचे। जबकि हर सीजन में यहां पर पर्यटकों की रेलमपेल रहती है। डीएफओ सरिता चौधरी ने बताया कि कंजर्वेशन क्षेत्र को विकसित करने के बाद पर्यटकों के लिए यह बेहतर स्थान होगा।

दो साल पहले खीचन में कुरजा कंजर्वेशन रिजर्व घोषित किया

गत राज्य सरकार की ओर से खीचन में कुरजा कंजर्वेशन रिजर्व क्षेत्र घोषित किया गया था। जानकारों की मानें तो खीचन देश का पहला कुरजा कन्जर्वेशन रिजर्व है। अब करीब 12 सौ बीघा जमीन पर इसे तैयार किया जाएगा। हालांकि गत कांग्रेस सरकार ने इसे विकसित करने के लिए दो करोड़ रुपए की घोषणा की थी, लेकिन कार्य नहीं होने से बजट लेप्स हो गया। इस बार वन विभाग के मैनेजमेंट प्लान में खीचन कंजर्वेशन रिजर्व को शामिल करके 13 करोड़ प्लान बनाया है।

ये होंगे कार्य

  • * कुरजा देखने के लिए वॉचिंग टावर
  • * चार दिवारी का निर्माण
  • * तारों से होगी फेंसिंग
  • * पक्षी चुग्गाघर
  • * वॉचिंग ट्रैक

गुढ़ा विश्नोई: कब क्या हुआ

  • * वर्ष 2011 में रिजर्व एरिया घोषित
  • * वर्ष 2016-17 में पहला प्लान बना, जो अप्रूव नहीं हुआ
  • * 07 वर्ष तक किसी भी सरकार ने नहीं ली सुध
  • * वर्ष 2024 में वन विभाग के मैनेजमेंट प्लान के किया गया शामिल
  • * 10 वर्षों के लिए 13 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाया
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