पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि गत 8 दिसम्बर की देर रात सालावास में सड़क किनारे पाली में पुलिस लाइन के पास कृष्णा नगर निवासी कुंदनसिंह पुत्र हरिसिंह का शव मिला था। खारिया नींव गांव निवासी भतीजे राहुलसिंह ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण व हत्या का मामला दर्ज कराया था। मृतक के पास मां के सोजत सिटी के अस्पताल में भर्ती होने की पर्ची मिली थी।
एडीसीपी पश्चिम निशांत भारद्वाज और सहायक पुलिस आयुक्त बोरानाडा आनंदसिंह राजपुरोहित व थानाधिकारी लक्ष्मी के निर्देशन में पुलिस की टीम पाली के सोजत सिटी भेजी गई, जहां अस्पताल के बाहर से सालावास में शव मिलने वाली जगह तक 100 से 150 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। अस्पताल के बाहर कुंदनसिंह को गाड़ी में बिठाने और होटल ले जाने व वहां से जोधपुर आने के सुराग मिले। पुलिस ने सोजत सिटी में दिल्ली दरवाजा नरसिंहपुरा सांसियों का मोहल्ला निवासी प्रकाश (30) पुत्र गंगाराम सांसी और चाचा अशोक (35) पुत्र धनाराम सांसी को हिरासत में लिया। वारदात स्वीकारने पर दोनों को गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपी चालक हैं। प्रकाश के खिलाफ पहले से तीन मामले दर्ज हैं। कार्रवाई में सोजत सिटी थाना प्रभारी कपूराराम, विवेक विहार थाने के हेड कांस्टेबल दौलाराम, साइबर सैल के हेड कांस्टेबल प्रेम चौधरी, कांस्टेबल कैलाश राजपुरोहित, रामचरण, सरदारसिंह, लोकेश मीणा शामिल थे।
बाइपास पर चार घंटे खड़े रहे
एसीपी आनंदसिंह राजपुरोहित ने बताया कि अस्पताल के बाहर से कुंदनसिंह को पिकअप में बिठाकर होटल ले जाया गाय था। फिर आरोपियों ने पिकअप में उसे शराब पिलाई थी। इस दौरान गाड़ी में ही उसकी मौत हो गई थी। डरे सहमे दोनों आरोपी शव ठिकाने लगाने के लिए सोजत से जोधपुर आ गए थे, जहां झालामण्ड बाइपास पर होटल के पास चार घंटे तक इंतजार करते रहे थे। फिर शव सालावास में फेंका था।