थानाधिकारी मांगीलाल बिश्नोई ने बताया कि 15 साल का एक किशोर गत 25 नवम्बर को अपने ठेकेदार पिता की साइट देखने के बहाने घर से निकला था, लेकिन वह न तो साइट पहुंचा था और न ही घर लौटकर आया था। परिजन ने उसकी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला था। तब पिता ने पुलिस में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ नाबालिग पुत्र को बहला-फुसलाकर अपहरण करने का मामला दर्ज कराया था।
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के आधार पर तलाश शुरू की थी, लेकिन किशोर नहीं मिल पाया। इस बीच, पुलिस मुख्यालय की ओर से लापता बच्चों को तलाश करने के संबंध में चल रहे ऑपरेशन उमंग-चतुर्थ के तहत पुलिस ने नए सिरे से किशोर की तलाश शुरू की।
सीसीटीवी फुटेज से बनाया रूट मैप
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसका रूट मैप बनाया गया। शहर भर में तलाश करवाई गई। महत्वपूर्ण सुराग के आधार पर एसआइ कैलाश पंचारिया के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। तलाश के बाद पुलिस ने 15 साल के किशोर को ढूंढ लिया। परिजन को बुलाकर पहचान कराई गई। जांच के बाद उसे परिजन को सौंप दिया गया।