राजस्थान: भारतमाला नेशनल हाईवे पर 9 ऊंट-ऊंटनी को रौंदा, बिखरे शवों से सड़क जाम
आक्रोशित ग्रामीणों ने भारतमाला हाईवे को जाम कर दिया। हालांकि लंबी समझाइश के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ, जिसके बाद मृतक ऊंट-ऊंटनी के शवों का पोस्टमार्टम किया गया।
राजस्थान के जोधपुर के फलोदी जिले में देर रात दर्दनाक हादसा हो गया। श्रीलक्ष्मणनगर इलाके में नेशनल हाईवे पर चल रहे करीब एक दर्जन ऊंट-ऊंटनी को अज्ञात वाहन ने कुचल दिया। इस दर्दनाक हादसे में 9 राज्य पशु की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं 2 को गंभीर हालत में जोधपुर रेफर किया गया है। हादसे के बाद हाईवे पर बिखरे ऊंट-ऊंटनी के शव और खून देखकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
आक्रोशित ग्रामीणों ने भारतमाला हाईवे को जाम कर दिया। हालांकि लंबी समझाइश के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ, जिसके बाद मृतक ऊंट-ऊंटनी के शवों का पोस्टमार्टम किया गया। ग्रामीणों और ऊंट पालकों ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई और उचित मुआवजा दिलाने की मांग रखी। हादसा श्रीलक्ष्मणनगर टोल प्लाजा से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे राजाणी भादाणियों की ढाणी, सियोल नगर के पास हुआ। इस हादसे में 4 बड़े ऊंट और ऊंट के 5 बच्चों की मौत हो गई।
मौके पर पहुंचा पुलिस बल
सूचना मिलने पर पशुपालन विभाग के उपनिदेशक भागीरथ सोनी, डॉ. ओमप्रकाश सारण, पशुधन सहायक अशोक चौधरी सहित चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद टीम ने मृतक पशुओं का पोस्टमार्टम किया। वहीं गंभीर रूप से घायल दो ऊंटों को प्राथमिक उपचार देने के बाद जोधपुर चिकित्सालय रेफर किया गया। इस बीच नायब तहसीलदार राजबहादुर सिंह आऊ, भोजासर पुलिस थाना से प्रभारी अशोक विश्नोई और एएसआई दमाराम सहित पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करवाया।
पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी
राज्य पशुओं की मौत की सूचना पर पटवारी भी मौके पर पहुंचे और मौका रिपोर्ट बनाई। इस हादसे में खेत सिंह पुत्र गजे सिंह, दलाराम पुत्र धनाराम विश्नोई, उगमाराम पुत्र बाबुराम देवासी, बुधाराम पुत्र देवाराम ईशरू के ऊंट-ऊंटनी की मौत हुई। इस संबंध में भोजासर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। वहीं पुलिस सीसीटीवी खंगाल कर अज्ञात वाहन की पहचान में जुटी है।
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दिखा भावुक दृश्य
हादसे के बाद एक भावुक करने वाला दृश्य भी नजर आया। दरअसल हादसे में एक ऊंटनी का बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसके दो पैरों में गंभीर चोट लगी थी। बावजूद इसके वह अपनी जान बचाने के लिए हादसा स्थल से रेंगते हुए करीब 100 मीटर आगे चला गया था। मौके पर पहुंचे चिकित्सकों ने उसे प्राथमिक उपचार देकर जोधपुर रेफर किया। हादसे के बाद रामूराम जाखड़, संपत विश्नोई, दोलाराम नेहरा, गोपी सियोल, पप्पू राम सियोल सहित अन्य ग्रामीणों ने मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। बता दें कि राजस्थान में राज्य पशु ऊंंट की हत्या पर 5 साल तक की सजा व जुर्माने का प्रावधान है।