थानाधिकारी हरीशचन्द्र सोलंकी ने बताया कि गेंवा बाइपास पर रामदेव मंदिर के सामने निवासी राजेन्द्र सांखला (51) ने घर में खुद पर पेट्रोल से भरी बोतल उड़ेलकर आग लगा ली। कपड़ों में आग लगने पर वह चिल्लाते हुए बाहर आया। पत्नी व बेटी ने पानी डाल आग बुझाई। झुलसी हालत में राजेन्द्र को एमजीएच की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। पुलिस ने उसके बयान दर्ज किए हैं। जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल कोई गिरफ्तार नहीं किया गया है।
निर्माण कार्य नहीं रोका तो धमकियां दी
पर्चा बयान में राजेन्द्र सांखला ने बताया कि पड़ोस में भूखण्ड को लेकर 2021 से नरपतसिंह से विवाद चल रहा है। दोनों पक्ष खुद का मालिकाना हक जता रहे हैं। दोपहर दो बजे राजेन्द्र सांखला काम से घर लौटा। तब भूखण्ड पर कुछ श्रमिक कार्य कर रहे थे। नरपतसिंह व विरदाराम भी वहां मौजूद थे। राजेन्द्र ने दीवार का निर्माण कार्य रोकने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने काम बंद नहीं किया। उलटा उसे धमकाने लग गए। इस पर पीडि़त राजेंद्र ने पेट्रोल से भरी बोतल दिखाई और कार्य बंद न करने पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी, लेकिन दोनों ने अनदेखी कर दी। उलटा परिवार सहित जान देने को उकसाया। तब राजेन्द्र ने अपने मकान में खुद पर पेट्रोल उड़ेला और आग लगा दी। कमीज में आग लग गई। इससे वह झुलसने लगा। चिल्लाते हुए वह बाहर भागा। पत्नी व पुत्री भी पीछे-पीछे आए और पानी डालकर आग बुझाई।
किशोरी ने एक व्यक्ति से की मारपीट
पिता को झुलसते देख परिजन हतप्रभ रह गए। वे उन्हें बचाने के लिए भागे। पानी डालकर उन्होंने आग बुझा दी। इस दौरान बेटी ने वहां आए एक व्यक्ति से मारपीट कर दी। बाद में उसेे छुड़ाया गया।