मिली जानकारी के मुताबिक, 3 जुलाई की रात 9.30 बजे भानुप्रतापपुर थाने में काम करने वाले हैड कॉन्स्टेबल अपना लैपटॉप और प्रिंटर टेबल के दराज में रखकर घर चले गए थे। अगले दिन सुबह 8.45 बजे थाने पहुंचे, तो देखा कि टेबल का दराज खुला था। वहां रखा लैपटॉप गायब था। यह मामला गंभीर बन गया क्योंकि थाने को सुरक्षित स्थल माना जाता है। यहां से चोरी की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी। घटना के बाद थाने में लगे सीसीटीवी की जांच की जा रही है। फिलहाल चोरी करने वाले की पहचान नहीं हो पाई है।
पुलिस अफसरों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में इस चोरी के पीछे किसी थाना कर्मी का हाथ हो सकता है। बाहरी व्यक्तियों को परिसर में आते जाते हुए सीसीटीवी में नहीं देखा गया है। लैपटॉप चोरी की इस घटना के बाद भानुप्रतापपुर थाने से लगे श्रीराम जानकी मंदिर में 28 जून को हुई चोरी को लेकर भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। मंदिर में रखी दानपेटी का ताला तोड़कर चोरों ने 70-80 हजार रुपए की नकदी चोरी कर ली थी। यह दानपेटी एक साल से नहीं खोली गई थी, जिसमें श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए पैसे जमा थे। इसके बावजूद मंदिर में चोरी की घटना के बाद भी पुलिस कोई ठोस सुराग नहीं जुटा पाई है।
Crime News: इलाके में चोरी का सिलसिला बढ़ रहा
चोरी की घटनाओं के बाद पुलिस विभाग में लगातार निष्क्रियता के आरोप लग रहे हैं। नगर और आसपास के इलाकों में चोरी की घटनाओं का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। कुछ दिनों पहले नगर के सलिहापारा, सुभाषपारा, और नयापारा इलाकों से भी लाखों रुपए के सोने और नकदी की चोरी की रिपोर्ट आई थी। भानुप्रतापपुर में रात को गश्त न होने से अपराधी बेखौफ हो गए हैं। दिन में पेट्रोलिंग की गाड़ी तो दिखती है, लेकिन रात में गश्त की व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो गई है। अगर रात में पेट्रोलिंग की सही व्यवस्था होती, तो शायद इन वारदातों को रोका जा सकता था। नशे के कारोबार पर भी कोई लगाम नहीं
नशे के कारोबार की भी कोई रोकथाम नहीं हो रही है। पुलिस विभाग के जिमेदारों की लापरवाही के चलते यहां खुलेआम अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। नगर के बस स्टैंड के पास स्थित होटलों में नशे का कारोबार किया जा रहा है। इसकी जानकारी पुलिस को भी है। लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही है। पुलिस की निष्क्रियता और लापरवाही के चलते अपराधियों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। थाने के भीतर से लैपटॉप
चोरी होना पुलिस के लिए बड़ा सवाल है। घटना ने विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने के साथ आम लोगों का पुलिस से विश्वास भी डगमगाया है।
लैपटॉप चोरी की घटना में आशंका है कि इसमें स्टाफ के ही किसी सदस्य का हाथ हो। जिस दिन यह घटना घटी, उस दिन ड्यूटी पर रहे जवानों से पूछताछ की जा रही है। हैड कॉन्स्टेबल ने जो आवेदन दिया है, उस बारे में जानकारी इकट्ठी की जा रही है। – शेर बहादुर सिंह, एसडीओपी, भानुप्रतापपुर