क्षेत्रवासियों का पांच सूत्रीय मांग में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं आम जनता को नक्सलियों के सहयोगी के नाम पर पुलिस प्रताड़ना बंद हो, तेन्दुपत्ता संग्रहण का शीघ्र नकद भुगतान किया जाए। आमाबेडा सहकारी समिति में खाद एवं बीज भण्डारण किया जाए, जर्जर स्कूल भवनों की मरमत किया जाए, युक्तिकरण के तहत एकल शिक्षक विहीन स्कूलों में पुन: शिक्षकों की नियुक्ति किया जाए। आमाबेड़ा नदी की पुलिया टुटने की कगार पर है जिसे अतिशीघ्र निर्माण करवाया जाए।
पुलिस प्रशासन सभी क्षेत्रवासियों के सामने गोली मार दे
गुप्तेश उसेण्डी ने कहा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि गुनहगार हैं तो पुलिस प्रशासन सभी क्षेत्रवासियों के सामने गोली मार दे। एसपी आफिस में बुला कर दिनभर बिठा कर रखा जाता है। नक्सली केसों में फंसा कर जेल में भर दिए जाने के साथ अश्लील गालीयां दी जाती है उसे बंद किया जाए। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों को आए दिन प्रताडित किया जाता है। मानकु राम नुरुटी सरपंच उसेली, रमेश मण्डावी पूर्व सरपंच अर्रा, राम लाल सलाम ने कहा कि हमे फोन कर डीएसपी कार्यालय कांकेर बुलाया गया जहां सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक बैठा कर रखा। उसके बाद पुलिस द्वारा झुठे नक्सली मामलों में फंसा कर जेल भेज देने की धमकी दिया गया। नक्सलियाें को फंड पहुंचाने का आरोप भी लगाया। हमारे पास उनका लाखों रुपये का फण्ड है जिसे 15 अगस्त के पहले जमा करें, नहीं करने पर जेल भेजे जाने की धमकी दी गई है।
मनऊ राम गोठा ने कहा क्षेत्र के लोगों एवं जनप्रतिनिधियों को पुलिस प्रशासन द्वारा झूठे केसों मे फंसाना दुखद है। क्षेत्रवासियों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। सुनवाई नहीं हुई तो बोरिया बिस्तर के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जेल भरे जाने उपस्थित होंगे। शासन प्रशासन द्वारा मांग पूरा नहीं किए जाने पर पुन: जन आक्रोश रैली एवं धरना प्रदर्शन करने को मजबुर होंगे।
अब तक दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी पुलिस
बीते दो वर्षों में पुलिस एवं एएनआई टीम द्वारा नक्सल मामलों में कार्यवाही करते हुए अब तक दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। वहीं छ: से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर नक्सल सबधित मामलों की पूछताछ एवं छानबीन की जा रही है। राजेश्वरी जैन जनपद पंचायत सदस्य ने कहा पांच माह पहले एएनआई एवं पुलिस की टीम हमारे घर पर आए एवं मेरे पति को
नक्सल सबंधित घटना के सबन्ध में पूछताछ किए जाने की बात कहते हुए साथ लेकर गए एवं एक पर्ची मेरे हाथों में थमा दिए। मेरे पति अभी तक पुलिस के हिरासत में हैं। अब तक घर नहीं आए, उन्हें किस अपराध में जेल में रखा गया है मुझे कोई जानकारी नहीं है।