उत्तर प्रदेश के कन्नौज में बीते 8 मार्च को एडवोकेट अरविंद सिंह चौहान जेल में अपने मुवक्किल से मिलने के लिए गए थे। जहां नवाब सिंह के समर्थकों ने मिलने नहीं दिया। इस दौरान एडवोकेट अरविंद सिंह के साथ मारपीट भी की गई। अरविंद सिंह ने गुरसहायगंज कोतवाली में तहरीर देखकर कार्रवाई करने की मांग की। लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से को शिकायती पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगाई।
एसपी ने सीओ सिटी को जांच दी मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने सीओ सिटी को जांच करने के निर्देश दिए। एसपी के निर्देश पर सीओ सिटी ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले। कैदियों से भी पूछताछ की। सीओ सिटी की जांच में काफी अनियमिताएं पाई गई। जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई। जिसमें बताया गया कि नीलू यादव और नवाब सिंह यादव से मिलने के लिए बड़ी संख्या में लोग आते थे। जिनके आसपास भीड़ बनी रहती थी। जबकि जेल में एक दिन में सिर्फ तीन लोगों की मुलाकात हो सकती है। इसके अतिरिक्त जेल के अंदर दोनों को अतिरिक्त सुविधा भी उपलब्ध कराई गई। जो सुरक्षा को लेकर खतरा था।
सीओ सिटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर हुई कार्रवाई क्षेत्राधिकारी नगर की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला कारागार में बंद सपा नेता गैंगस्टर पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव और उसके भाई नीलू यादव को अलग-अलग जेल में भेज दिया गया है। नवाब सिंह यादव को बांदा जेल और नीलू यादव को कौशांबी जेल में भेजा गया है। इसके साथ ही जिला कारागार की उच्च स्तरीय जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।