उत्तर प्रदेश के कन्नौज के जिला कारागार अधीक्षक मोहम्मद अकरम खान ने बताया कि बंदियों को सर्दी में तीन कंबल दिए जाते हैं। जबकि बूढ़े और कमजोर लोगों को चार से पांच कंबल दिए जाते हैं। सर्दी से बचाने के लिए बैरक में ट्रांसपेरेंट पन्नी लगाई जाती है। जिससे उन पर निगाह रखने के साथ उन्हें सर्दी से बचाया सके। शीतलहर चलने के दौरान अलाव भी जलाने की व्यवस्था की जाती है। बंदियों को गर्म चाय भी दी जाती है। सर्दी बढ़ने पर समाजसेवी संगठनों की तरफ से बंदियों को गर्म कपड़े भी दिलवाए जाते हैं।
जिला कारागार में कुल 528 कैदी
जिला कारागार अधीक्षक ने बताया कि कारागार में कुल 528 कैदी हैं। जिनमें 20 महिलाएं है। एक बच्चा भी है। महिला बैरक में गर्म पानी के लिए गीजर लगाया गया है। सर्दी के हिसाब से अस्पताल में दवाइयां की भी व्यवस्था की जाती है। जेल प्रशासन को अलग से बजट भी दिया जाता है। जिससे यह सारी व्यवस्थाएं की जाती है। ठंड बढ़ने पर हर बैरक के सामने एक अलाव जलाया जाएगा। कैदियों के लिए कारागार में लाइब्रेरी भी खुलवाने का प्रयास है।