इस दौरान टीम ने कहां-कहां पर क्या-क्या कार्य कराए जाने की जरुरत है और किस प्रकार से ये कार्य होंगे, आदि का अवलोकन किया। इससे पहले टीम कलक्ट्रेट पहुंची, जहां जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना की अध्यक्षता में बैठक हुई। कलक्टर ने टीम को विभिन्न दिशा-निर्देश दिए।
गौरतलब है कि पिछले दिनों राज्य सरकार ने एक सूची जारी की थी। इसमें राज्य के 20 प्रमुख पर्यटन स्थलों के विकास के लिए कार्यकारी एजेंसी का निर्धारण किया गया है। इसके तहत सरकार ने करौली शहर में परकोटे का जीर्णोद्धार, परिक्रमा मार्ग का निर्माण, प्रमुख स्थलों के सौन्दर्यीकरण के कार्यों और पांचना बांध के सौन्दर्यीकरण के लिए स्वीकृति जारी करते हुए कार्यकारी एजेंसियों का निर्धारण किया था।
इसके बाद मंगलवार को पर्यटन विभाग के सवाईमाधोपुर सहायक निदेशक मधुसूदन, पीडी कौर कंस्लटेंट एजेंसी के प्रतिनिधि, आर्कोलॉजी म्यूजिम के सहायक अभियंता सुभाष करौली पहुंचे। जिला कलक्टर के यहां मीटिंग के बाद टीम के सदस्य व नगरपरिषद के अधिकारी शहर के परिक्रमा मार्ग और परकोटे का जायजा लेने मौके पर पहुंचे।
पांचना बांध के सौन्दर्यीकरण कार्यों के लिए जल संसाधन विभाग को कार्यकारी एजेंसी बनाया है, वहीं शहर के परकोटा जीर्णोद्वार, परिक्रमा मार्ग निर्माण और सौन्दर्यीकरण के कार्यों के लिए पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पर्यटन विभाग के सवाईमाधोपुर सहायक निदेशक मधुसूदन ने बताया कि इस दौरान पर जहां-जहां से क्षतिग्रस्त है, कहां पर क्या जरुरत है, उसे देखा गया है। इसके साथ ही दरवाजों की भी स्थिति देखी है। वहीं परिक्रमा मार्ग निर्माण के लिए भी मौके पर जाकर अवलोकन किया है। अब इन कार्यों के लिए एस्टीमेट तैयार किया जाएगा।