दस्ते में शामिल वनकर्मी किसी तरह अपनी जान बचा कर वन क्षेत्र से भागे और घायल सहायक वनपाल में वनरक्षक को देर रात जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मामले में सहायक वनपाल ने वन विभाग में फॉरेस्ट एक्ट के तहत व सदर थाने पर मारपीट कर राजकार्य में बाधा एवं सीज कर जब्त की गई एलएनटी को छुड़ाकर ले जाने की अलग-अलग नामजद मामला दर्ज कराया है।
वन कर्मियों पर लाठी डंडों से हमला
दरअसल, क्षेत्रीय वन अधिकारी शुभम शर्मा के निर्देश पर सहायक वनपाल पिंटू सिंह के नेतृत्व में वन विभाग का दस्ता देर शाम डूंगर पोंछड़ी वन क्षेत्र के गांव सांकड़ा अवैध खनन रोकने पहुंचा था। इस दौरान वहां एक एलएण्डटी मशीन अवैध खनन करती हुई दिखाई दी। मौके पर वन विभाग की टीम को आया देख ऑपरेटर एलएनटी को छोडकऱ भाग गया। इस पर वन विभाग के दस्ते ने एलएण्डटी पर सीजर नोटिस चिपका कर उसे सीज कर दिया।
वन विभाग की टीम जब एलएनटी को लेकर हिण्डौन आने लगी तो, एलएनटी का मालिक सांकड़ा गांव निवासी घनश्याम अपने साथ करीब एक दर्जन लोगों को लेकर मौके पर पहुंचा। और वहां मौजूद वन कर्मियों पर लाठी डंडों से हमला कर दिया। जिसमें सहायक वनपाल पिंटी सिंह एवं वनरक्षक मनोज कुमार घायल हो गए।
आरोपियों ने सरकारी जीप को तोडफ़ोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। रात में जंगल में हुए हमले से डरे वनकर्मी सियाराम, लोकेश, बिजेंद्र सहित दस्ते के अन्य सदस्य घायलों को जीप से लेकर रात करीब 10 बजे जिला चिकित्सालय पहुंचे। वहीं आरोपी जप्त की गई एलएनटी मशीन को छुड़ाकर अपने साथ ले गए।
वन विभाग ने दर्ज किया मामला
इधर घटना की सूचना पर सदर थाना पुलिस व क्षेत्रीय वन अधिकारी शुभम शर्मा भी चिकित्सालय पहुंचे गए। गंभीर घायल होने पर सहायक वनपाल पिंटी सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया। शुक्रवार सुबह घायल सहायक वनपाल बयान दर्ज कर मामले में सदर थाना पुलिस और वन विभाग ने अलग-अलग प्रकरण दर्ज कर मामलों की जांच शुरू कर दी है।