बेटी के विवाह के लिए रखे गहने व रुपए बदमाशों ने किए पार, सात लाख से अधिक की चोरी
छोड़ा जाएगा उसी स्थान पर
सेंटर में लाए गए मेल और फीमेल श्वानों की नसबंदी की जाएगी। इसके बाद उन्हें 7 दिनों तक सेंटर में ही रखा जाएगा, ताकि उचित इलाज व देखभाल की जा सके। इस अवधि में उनके खाने-पीने और स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जाएगा। स्वस्थ होने के बाद श्वानों को उसी स्थान पर वापस छोड़ा जाएगा, जहां से उन्हें पकड़ा गया था। शहर में बढ़ती श्वान समस्या के समाधान की दिशा में नगर निगम द्वारा कदम उठाया गया। नसबंदी के साथ-साथ श्वानों की देखभाल और पुनर्वास की योजना लागू की जा रही है।
इनका कहना है
नीलेश दुबे, आयुक्त नगर निगम का कहना है कटायेघाट में एनिमल बर्थ कंट्रोल यूनिट खोलने टेंडर किया गया है। शहरवासियों की सुरक्षा व स्वच्छता के लिए एबीसी यूनिट एक प्रभावी कदम है। बधियाकरण से श्वानों की अनियंत्रित वृद्धि रोकी जा सकेगी। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि पूरी प्रक्रिया मानवीय तरीके से हो और श्वानों को कोई असुविधा न हो।