नाम जुडऩे के इंतजार में लोग
वार्डों में लगे मुख्यमंत्री जन कल्याण शिविर, नगर निगम, ऑनलाइन आदि के माध्यम से इस साल 9600 लोगों ने आवेदन किया है। इसमें से 3747 लोगों के आवेदन अबतक लंबित हैं। इसकी मुख्य वजह यह है कि 2024 में संबल कार्ड में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था। 8 फर्जी आइडी चल रहीं थीं, जिनको बंद कराया गया। अब एक ही आइडी में आवेदन पहुंचते हैं व एप्रूवल के लिए कार्रवाई होती है। नगर निगम द्वारा आवेदन की 38 श्रेणी में सत्यापन कराते हुए एप्रूवल के लिए भेजे जाते हैं। जब नगर निगम में संबल कार्ड बनाने में फर्जीवाड़ा चल रहा था तो दो सेकंड में काम हो जा रहा था, अब मनमानी रुकी है तो मामले लंबित हैं।
आजतक नहीं हुई जांच
नगर निगम में संबल आइडी को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद आजतक अधिकारियों ने इस मामले की जांच नहीं कराई। किनके द्वारा फर्जी आइडी बनाई गईं थी, और किन लोगों ने किन-किन के संबल कार्ड बगैर सत्यापन के बना दिए हैं, इसकी कोई जांच अबतक नहीं कराई गई। पूरा मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।