कई करोड़ नगर निगम का बकाया
जानकारी के अनुसार नगर निगम में हालसाल में 11 करोड़ 54 लाख रुपए के राजस्व का लक्ष्य है, जबकि पुराना 20 करोड़ रुपए बकाया है। चालू साल में नगर निगम दो करोड़ व पुराने बकाया पर सिर्फ 5 करोड़ रुपए वसूल पाया है। इसी प्रकार जलकर की डिमांड 5.50 करोड़ रुपए थी, जिसमें 1.50 करोड़ रुपए ही वसूले गए हैं। पुराने 25 करोड़ रुपए बकाया है जिसमें से महज 2 करोड़ रुपए अधिकारी-कर्मचारी वसूल पाएं हैं। इसके अलावा दुकान किराये की सवा करोड़ डिमांड है, पुराना दो करोड़ रुपए किराया बकाया है, इसमें चालू वर्ष का 20 लाख रुपए व पुराने का एक करोड़ रुपए ही वसूला गया है।
परिवहन विभाग में भी 25 प्रतिशत वसूली शेष है। जानकारी के अनुसार लक्ष्य 58 करोड़ रुपए का दिया गया था। आरटीओ विमलेश गुप्ता ने बताया कि 75 प्रतिशत राजस्व प्राप्त हो गया है। इसमें लाइफ टाइम टैक्स, परमिट, फिटनेस, लाइसेंस फीस, बसों का मंथली किराया, चैकिंग अभियान के दौरान अधिरोपित जुर्माना आदि की राशि बकाया है।
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बिजली कंपनी पर 93 करोड़
बिजली कंपनी पर लगभग 93 करोड़ रुपए की राशि बकाया है। जिले में 3 लाख 20 हजार 435 उपभोक्ता हैं, उनसे वसूली की कार्रवाई की जा रही है। शहर में भी कई करोड़ रुपए बकाया है। बिजली कंपनी द्वारा बरही में बैंड बजाकर अनूठा प्रयास किया गया। शहर में रैली निकालकर जागरुक किया गया।
जिला पंजीयक विभाग में भी 40 करोड़ रुपए से अधिक का लक्ष्य हासिल करना है। जिला पंजीयक पंकज कोरी ने बताया कि विभाग को 136 करोड़ रुपए का लक्ष्य तय किया गया था। अबतक 95 करोड़ रुपए का राजस्व 17 हजार दस्तावेजों से प्राप्त हुआ है। जमीनों की रजिस्ट्री, सेल डीड, किरायानामा आदि से राजस्व मिला है। लगभग 41 करोड़ रुपए और राजस्व प्राप्ति को लेकर जद्दोजहद जारी है। इसी प्रकार खनिज विभाग में भी राजस्व वसूली तेज कर दी गई है।