कटनी. जल गंगा संवर्धन अभियान के बीच जिला प्रशासन ने सोमवार को खिरहनी क्षेत्र स्थित प्राकृतिक नाले रपटा में बिल्डर द्वारा किए गए अवैध निर्माण को तोडऩे की कार्रवाई की। दो जेसीबी मशीनों की मदद से बिल्डर द्वारा नाला के अंदर किए गए करीब 3 मीटर चौड़ी और 200 मीटर लंबी रिटेनिंग वॉल के अवैध निर्माण को तोडऩा शुरू किया गया है। एसडीएम की अगुवाई में दो तहसीलदार सहित राजस्व अधिकारियों की टीम ने नगरनिगम के अतिक्रमण अमले के साथ हुई कार्रवाई शुरू की है। यह अवैध निर्माण तोडऩे में प्रशासन को करीब दो दिन का समय और लगेगा। कार्रवाई के दौरान बिल्डर ने दुगाड़ी नाला में बनाई जा रही रिटेनिंग बाउंड्रीवाल को लेकर सवाल खड़े किए। जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह शहर व ग्रामीण तहसीलदार सहित राजस्व अधिकारियों की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए मौके पर पहुंची। यहां नगरनिगम से जेसीबी की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण कार्रवाई में विलंब हुआ। इसके बाद करीब दो बजे एक और जेसीबी मशीन पहुंची और कार्रवाई शुरू की गई। देरशाम एसडीएम प्रदीप मिश्रा भी मौके पर पहुंचे और निर्धारित माप के अनुसार नाले के प्राकृतिक बहाव में किए गए अवैध निर्माण को तोडऩे कहा। तहसीलदार कटनी नगर बीके मिश्रा ने बताया कि वर्तमान कम्प्यूटर खसरा अभिलेख में खसरा नंबर 553/2/1, 553/3/1, 553/3/2, 553/6 रकबा 0.660, 0.607, 0.144, 0.442 हेक्टेयर प्रवीण बजाज पिता सत्यनारायण बजाज के नाम पर भूमि स्वामी स्वत्व में दर्ज है और भूमि स्वामी हक की भूमि पर कांक्रीट से निर्मित रिटेनिंग बाउंड्री वॉल बनाई गई है। जिससे राजस्व अभिलेख की कैफियत में दर्ज नाला खसरा नंबर 442 का प्राकृतिक बहाव बाउंड्री वॉल निर्मित होने से बाधित हो रहा है। उन्होंने बताया कि मौका मुआयना के बाद मुख्य सडक़ के दक्षिण दिशा की ओर पुराना पुल निर्मित है तथा पुराने पुल की सीमा दक्षिण पूर्व की ओर बाउंड्री निर्मित है। बाउंड्री निर्माण होने से नाले के स्वरूप में परिवर्तन परिलक्षित हो रहा है। निर्मित बाउंड्री रिटेनिंग वॉल से नाले का प्राकृतिक जल बहाव बाधित संभावित प्रतीत होने की वजह से जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रारंभ की गई है। चूंकि रिटेनिंग बाउंड्री वॉल कांक्रीट से बनी हुई है और मजबूत है। इसलिए ब्रेकिंग मशीन से तुड़ाई का कार्य किया गया है।
जानकारी के अनुसार बिल्डर प्रवीण कुमार बजाज ‘पप्पू’ द्वारा खिरहनी में रपटा नदी के पास बजाज इंक्लेव के नाम से कालोनी डेवलप की जा रही है। इस कालोनी की जमीन रपटा प्राकृतिक नाला से सटकर है। पूर्व में यहां बिल्डर द्वारा नाला से कुछ दूरी पर बाउंड्रीवाल का निर्माण कराते हुए घाट का सौंदर्यीकरण किया गया। विसर्जन कुंड बनाया गया और शहरवासियों को एक स्वच्छ स्थान दिया गया लेकिन गत वर्ष चले सफाई अभियान के बाद बिल्डर ने रपटा पर ही कब्जा कर लिया गया। रपटा में जिस स्थान पर घाट बनाया गया था वहीं से करीब 3 मीटर चौड़ी और 200 मीटर लंबे कांक्रीट का निर्माण कर दिया गया।
पत्रिका ने उठाया मुद्दा तो प्रशासन ने कराई थी जांच
रपटा में बिल्डर द्वारा किए गए अवैध निर्माण व प्राकृतिक नाला का दम घोंटने के लिए की जा रही मनमानी को पत्रिका ने उजागर किया तो अधिकारी हरकत में आए और बिल्डर प्रवीण बजाज को नोटिस जारी किया था। नोटिस जारी होने के बाद बिल्डर संतुष्टीपूर्ण जवाब नहीं दे सका, जिसपर एसडीएम ने अवैध निर्माण तोडऩे के आदेश जारी किए थे। पहले बिल्डर ने खुद ही मजदूरों के माध्यम से दो दिन तक अवैध निर्माण तोडऩे का स्वांग रचाया और फिर न्यायालय की शरण लेकर स्टे पा लिया। हालांकि इसके बाद स्टे निरस्त हुआ तो बिल्डर ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई लेकिन हाईकोर्ट से भी बिल्डर को राहत नहीं मिली, जिसके बाद प्रशासन ने अवैध निर्माण तोडऩे की कार्रवाई की।
जानकारी के अनुसार खिरहनी स्थित यह रपटा वर्षों पुराना है। यहां सन्यासी बाबा का चबूतरा सहित एक प्राचीन मंदिर भी है जो शहरवासियों के लिए आस्था का केंद्र है। नवरात्र व गणेश उत्सव के बाद यहां बड़ी संख्या में मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है। इसके बावजूद यहां बिल्डर ने प्राकृतिक नाला का गला घोंट दिया। अपनी कालोनी, फार्म हाउस की सुंदरता व मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए अवैध निर्माण करवा दिया।
कार्रवाई के दौरान बिल्डर ने यह कहा
प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई के दौरान बिल्डर प्रवीण बजाज भी मौके पर मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह निर्माण उन्होंने अपनी निजी भूमि पर कराया था, जिसे प्रशासन द्वारा गलत नापजोख करते हुए तोड़ा जा रहा है। प्रवीण बजाज ने दुगाड़ी नाला में बनाई जा रही बाउंड्रीवाल व पिचिंग को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि ुदुगाड़ी नाला पर सरकारी राशि से बाउंड्रीवाल व पिचिंग क्यों कराई जा रही है। वहां भी प्राकृतिक नाला प्रभावित हो रहा है लेकिन प्रशासन ने वहां कार्रवाई नहीं की।
संतोष पाठक, पुजारी ने कहा कि मंदिर में पूजा व परिसर में बनी गौशाला में गायों की कई वर्षों से सेवा कर रहा हूं। वहां से पप्पू बजाज द्वारा हटा दिया गया है। गौशाला बनाने कहा गया था, लेकिन अब अनर्गल बातें की जा रही हैं। नदी में दीवार खड़ी कर ली गई थी। गौशाला हटाने धमकी दी जा रही है। धीरेंद्र सिंह चौहान, खिरहनी ने कहा कि नदी में मनमाने तरीके से दीवार खड़ी कर दी गई थी। स्वरूप को भी बदल दिया गया था। सिर्फ अपनी कॉलोनी को सुंदर करने ऐसा किया गया। दूसरी तरफ तो घाट नहीं बनवाया गया। पत्रिका ने जनहित में मुद्दा उठाया, जिसके बाद प्रशासन ने जलस्रोत के संरक्षण में सही कार्रवाई की है। नागेंद्र कुमार दुबे ने कहा कि नदी में गलत तरीके से बिल्डर पप्पू बजाज द्वारा रिटेनिंग वॉल बना ली गई थी। पत्रिका ने बहुत सही आवाज उठाई है। यह पूरी दीवार टूटने चाहिए, ताकि वॉटर लॉगिंग न हो। प्रशासन ने सही कार्रवाई की है। जलस्रोत बचाना नितांत आवश्यक है।
एसडीएम ने कही यह बात
प्रदीप मिश्रा, एसडीएम ने कहा कि रपटा स्थित प्राकृतिक नाले में बिल्डर द्वारा किए गए अवैध निर्माण को तोडऩे की कार्रवाई की गई है। नाले में करीब 200 मीटर तक अवैध निर्माण होने के चलते अगले दो दिनों तक तेजी से कार्रवाई करते हुए निर्माण हटाया जाएगा।
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