यह है एफएलएन मेला
निपुन प्रोफेशनल शैलजा तिवारी ने बताया कि एफएलएन मेला का उद्देश्य बच्चों में प्रारंभिक शिक्षा की नींव को मजबूत करना है। यह मेला खासतौर पर कक्षा 1 से 3 तक के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया जाता है, जिसमें उनकी पढऩे, लिखने और गणित समझने की क्षमता को बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियां करवाई जाती हैं। एफएलएन मेले की मुख्य विशेषताए हैं कि शिक्षा को रोचक और व्यावहारिक बनाने के लिए इंटरएक्टिव सत्र, खेल-खेल में गणितीय और भाषाई दक्षता का विकास, विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों की सहभागिता सुनिश्चित करना, बच्चों के लर्निंग आउटकम को सुधारने पर जोर देना है।
एफएलएन मेले के उद्देश्य
- बच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान को मजबूत करना
- बच्चों की पढऩे, लिखने और गणितीय सोचने की क्षमता को बढ़ावा देना
- अभिभावकों को बच्चों की शिक्षा में सक्रिय भागीदार बनाना
- शिक्षकों को नए शिक्षण तरीकों से अवगत कराना
- शिक्षा को रुचिकर बनाने के लिए खेल और गतिविधियों का समावेश

एफएलएन मेले की ये रहीं गतिविधियां
भाषा गतिविधि: शब्द पहचान खेल, छोटे बच्चों के लिए वर्णमाला एवं शब्दों की पहचान से जुड़ी गतिविधियां।कहानी सुनाना एवं सुनना: बच्चों ने अपनी कल्पना से कहानियां सुनाईं और सुनीं
चित्र वर्णन: बच्चों को एक चित्र दिया गया, जिस पर उन्होंने अपने विचार लिखे
गणितीय गतिविधियां
संख्याओं का खेल: गिनती, जोड़-घटाव और पहेलियाँ हल करने की गतिविधियाँ
गणितीय पहेलियां: बच्चों ने चित्रों और वस्तुओं की सहायता से गणितीय समस्याओं को हल किया
बेसिक ज्यामिति: आकृतियों और उनके प्रयोग को रोचक तरीकों से सिखाया गया
खेल-आधारित शिक्षा
शिक्षाप्रद खेल: विभिन्न प्रकार के खेलों के माध्यम से गणित और भाषा की समझ बढ़ाई गई।
ग्रुप एक्टिविटीज: बच्चों को समूह में काम करके सीखने के लिए प्रेरित किया गया

विद्यार्थियों को एफएलएन से होगा लाभ
डीपीसी केके डेहरिया के अनुसार एफएलएन मेला बच्चों की पढऩे और लिखने की रुचि में वृद्धि हुई। गणित की बुनियादी अवधारणाओं को रोचक तरीके से समझने का मौका मिला, अभिभावकों को बच्चों की शिक्षा में सहयोग देने का अवसर मिला, बच्चों में आत्मविश्वास और सीखने के प्रति रुचि बढ़ी। मेले में भाग लेने वाले अभिभावकों ने इस पहल की सराहना की और इसे बच्चों के लिए बेहद उपयोगी बताया। बजरवारा में अभिभावक ने कहा कि मेरे बच्चे को पढ़ाई में रुचि कम थी, लेकिन इस मेले में उसे नई चीजें सीखने का मौका मिला। अब वह खुद से किताबें पढऩे की कोशिश कर रहा है। सीएम राइज बड़वारा के एक अभिभावक अजय राय ने कहा कि इस तरह के आयोजन जरूरी हैं क्योंकि इससे हमें भी समझ आता है कि बच्चों को किस तरह सिखाया जा सकता है। हम अब घर पर भी उनकी मदद कर पाएंगे।
अधिकारियों ने भी दी जानकारी
विकासखंड शिक्षा अधिकारी जतिन लाहोरिया ने कहा कि एफएलएन मेला शिक्षा में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें बच्चों को पढ़ाई के प्रति उत्साहित करना होगा, और इस तरह के मेले इसमें सहायक होते हैं। बीआरसीसी बड़वारा, सुबरण सिंह राजपूत ने कहा हमारा उद्देश्य बच्चों को मजेदार तरीके से पढ़ाई से जोडऩा है। यह पहल भविष्य में और भी बड़े स्तर पर की जाएगी। कार्यक्रम ने यह साबित किया कि शिक्षा को रोचक और व्यावहारिक बनाकर बच्चों के लर्निंग आउटकम को बेहतर किया जा सकता है।