दूसरी ओर नगर निगम व प्रशासन के द्वारा धार्मिक स्थलों को हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। तिलक राष्ट्रीय स्कूल की बाउंड्रीवॉल हटाए जाने के बाद स्कूल सामने स्थित दो धार्मिक स्थलों को भी हटाया गया है। एक पेड़ को भी हटाया गया है। धीरे-धीरे अतिक्रमण की कार्रवाई जारी है। इस पूरी प्रक्रिया में मकान व दुकान सबसे बड़ी बाधा हैं, जिनको हटाने की प्रक्रिया अबतक नहीं शुरू हो पाई है।
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नगर निगम द्वारा अतिक्रमण के पहले क्षतिपूर्ति दिए जाने व आश्वासन दिए जाने की कार्रवाई की जानी है, लेकिन अबतक प्रक्रिया को अंजाम नहीं दिया गया। मुआवजा को लेकर भी कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है। लगभग ढाई करोड़ रुपए की स्वीकृति क्षतिपूर्ति आदि के लिए ली गई है, लेकिन अभी तक उसका कोई इंतजाम नहीं हो पाया। ना ही अधिकारी व जिम्मेदार स्पष्ट कर रहे हैं। नगर निगम द्वारा यहां-वहां उचंती में नाली बनवा दी जा रही है। एकसाथ अधिग्रहण करते हुए निर्माण की प्रक्रिया को अंजाम नहीं दिया जा रहा।
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डामरीकरण के लिए नहीं कोई पहल
विधायक संदीप जायसवाल द्वारा खराब सडक़ समस्या को देखते हुए एक लेयर डामरीकरण कराए जाने की मांग रखी है। इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया, जिसके बाद नगरीय प्रशासन विभाग ने सडक़ बनाने के लिए आयुक्त को आदेश जारी किए, लेकिन अबतक सडक़ बनाने कोई पहल नहीं की गई।
सडक़ निर्माण को लेकर धीरे-धीरे प्रक्रिया जारी है। ठेकेदार व स्थानीय लोगों के बीच हुए विवाद की जानकारी अधिकारियों ने नहीं दी। सडक़ चौड़ीकरण, नाली निर्माण जारी है। अतिक्रमण व अधिग्रहण की कार्रवाई भी शीघ्र कराई जाएगी। यह शहर की ज्वलंत समस्या है, इसलिए सभी लोगों को स्वस्फूर्त आगे आकर सहयोग करना होगा।
नीलेश दुबे, आयुक्त नगर निगम।