इओडब्ल्यू ने यहां की जांच
इओडब्ल्यू डीएसपी लक्ष्मी यादव के नेतृत्व में 4 सदस्यीय टीम बड़वारा क्षेत्र के नन्हवारा सेझा सहकारी समिति पहुंचीं। यहां पर खरीदी व शॉर्टेज के संबंध में जांच की गई। इसके बाद सिंघनपुरी समिति में शॉर्टेज की जांच की गई। बताया जा रहा है कि नन्हवारा सेझा में लगभग 5 क्विंटल 73 क्विंटल की शॉर्टेज व सिंघनुपरी समिति में 683 क्विंटल शॉर्टेज की शॉर्टेज है। अन्य समितियों में भी जांच किए जाने की खबर है। दस्तावेजों की जांच इओडब्ल्यू द्वारा की गई है।
बता दें कि जिले में इस साल किसानों से समर्थन मूल्य में धान खरीदी के लिए 89 केंद्र बनाए गए थे। सरकार को धान बेचने के लिए जिले के 53 हजार 193 किसानों ने पंजीयन कराया था। 49 हजार 828 किसानों ने उपज बेची है। सरकार द्वारा 4 लाख 11 हजार 837 मेट्रिक टन धान खरीदी गई है, जबकि 2024-25 में 3 लाख 97 हजार 864 एमटी धान 44 हजार 61 किसानों से खरीदी गई थी। इस साल 103.51 प्रतिशत धान की खरीदी हुई है।
गोदाम व समिति स्तरीय यह रहा परिवहन व भंडारण
जिले में 17 केंद्र गोदाम स्तरीय बनाए गए थे। इसमें से 73 हजार 88 एमटी धान खरीदी गई। 100 प्रतिशत भंडारण भी हो गया है। समिति स्थित परिवहन व भंडारण की स्थति में 72 केंद्रों में हुई 3 लाख 38 हजार 749 मेट्रिक टन धान में से 100 प्रतिशत भंडारण किया जाना जिले के अफसर बता रहे हैं।
- 4 लाख 11 हजार 571 किसानों के जारी हुए हैं स्वीकृति पत्रक।
- 3 लाख 9 हजार 956 जारी किए गए हैं वेयर हाउस रिसिप्ट।
- 75 प्रतिशत है कुल खरीदी के विरुद्ध डब्ल्यूएचआर।
- 947.23 करोड़ रुपए के धान की हुई है खरीदी।
- 42.50 करोड़ रुपए रहा है किसानों के ऊपर ऋण।
- 943.74 करोड़ रुपए हुआ है जिले के किसानों को भुगतान।
- 3.49 करोड़ रुपए अभी भी बकाया है कई किसानों का भुगतान।
- 2300 रुपए के समर्थन मूल्य में खरीदी गई है किसानों ने धान।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर कटनी जिले में धान के शॉर्टेज सहित अन्य मामलों की जांच की जा रही है। सिंघनपुरी व सेझा नन्हवारा समिति में जांच कर दस्तावेज लिए गए हैं। प्रबंधक व कर्मचारियों से पूछताछ की गई है। जांच रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी जाएगी।
लक्ष्मी यादव, डीएसपी इओडब्ल्यू।