CG Board Exam 2025: 1 मार्च से शुरु होगी परीक्षा
जिसका हल विषय विशेषज्ञों द्वारा दिया जाता था, लेकिन इस सत्र में टोल फ्री नंबर दिया न ही कोई अन्य व्यवस्था की गई, जिससे विद्यार्थी अपनी समस्या का समाधान कर सके। इसके चलते
बोर्ड परीक्षा में शत् प्रतिशत रिजल्ट लाने के लिए शिक्षकों पर दबाव और बढ़ गया है। लेकिन मुय परीक्षा की तैयारी के समय चुनाव के कारण विद्यार्थियों को पूर्ण रुप से मार्गदर्शन नहीं मिल सका। इसके कारण इस बार गुणवत्ता की बात करना बेमानी होगी।
जिला शिक्षा अधिकारी योगदास साहू का कहना है कि इस बार जिला स्तर पर बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर विद्यार्थियों के कोई विशेष आयोजन नहीं किया गया। शिक्षक-शिक्षिकाएं चुनाव में व्यस्त हो गए। लेकिन जहां पर भी विद्यार्थियों को किसी विषय को लेकर समस्या आ रही है शिक्षकों द्वारा समाधान किया जा रहा है।
इस बार कोई टारगेट नहीं रखा गया
इस बार जिला शिक्षा विभाग की ओर से रिजल्ट को लेकर कोई टारगेट नहीं है। बोर्ड परीक्षा में जिला किस स्तर पर रहे इसे लेकर कोई मंथन नहीं है, क्योंकि पहले से कोई तैयारी नहीं थी, जब तैयारी का समय आया तो चुनाव का बिगुल बज गया। प्री बोर्ड के बाद तो सारे शिक्षक इसमें ही व्यस्त हो गए। इसके कारण 75 या फिर 85 प्रतिशत जिले के रिजल्ट रहे ऐसा इस बार कुछ नहीं है। जो
विद्यार्थियों की मेहनत रहेगी वही सामने आएगा। बोर्ड परीक्षा में स्कूलों में शत् प्रतिशत परिणाम चाहिए। इस निर्देश के बाद शिक्षकों की भी चिंता तो बढ़ी। शिक्षकों ने बताया कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए काफी प्रयास किया गया है। अध्यापन के दौरान छात्रों की सभी परेशानियों को दूर किया गया है। प्री-बोर्ड के बाद टेस्ट भी लिए गए।
मैदान से कम हो रहे खिलाड़ी
परीक्षा में अच्छा रिजल्ट लाने के लिए विद्यार्थी भी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। खेलकूद में ब्रेक लगाकर पढ़ाई में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। यहीं कारण है कि अब खेल मैदान में उनकी संया पहले से कम हो गई है। और तो और कई छात्रों ने याददाश्त बढ़ाने के लिए कई तरह से दवाइयों का उपयोग कर रहे हैं। घर में ही तैयारी
9 दिन बाद इस वर्ष की बोर्ड परीक्षा शुरु हो जाएगी। इसके लिए जिले में 75 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर शासकीय और निजी
विद्यालयों के कुल 20 हजार 698 विद्यार्थी परीक्षा दिलाएंगे। 10 वीं में 12 हजार 222 और 12 वीं 8 हजार 476 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठेंगे। शासकीय और प्राईवेट स्कूलों में कोर्स पूरा हो गया है। अधिकांश स्कूलों में रिविजन होने के बाद छात्र-छात्राओं को घर में परीक्षा की तैयारी के लिए छुट्टी भी दे दी गई है। मुय रुप से विद्यार्थी घर से ही तैयारी में लगे हुए हैं।
कार्यालय
जिला शिक्षा विभाग की ओर से इस बार टोल फ्री नंबर जारी नहीं किया गया।