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खंडवा

हाउसिंग बोर्ड का कारनामा… अतिक्रमण की शिकायत हुई तो याद आया लीज उल्लंघन का नियम

-रामनगर में 200 से ज्यादा रहवासियों को जारी किए नोटिस
-आवासीय कॉलोनी में व्यवसायिक गतिविधियां बंद के आदेश
-रहवासियों ने बगीचों पर अतिक्रमण होने की शिकायत की थी

खंडवाMay 11, 2025 / 12:39 pm

मनीष अरोड़ा

housing board

मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल संभाग खंडवा

-रामनगर में 200 से ज्यादा रहवासियों को जारी किए नोटिस
-आवासीय कॉलोनी में व्यवसायिक गतिविधियां बंद के आदेश
-रहवासियों ने बगीचों पर अतिक्रमण होने की शिकायत की थी

हाउसिंग बोर्ड ने रामनगर में रहवासी मकानों में चल रही व्यवसायिक गतिविधियां बंद करने के नोटिस जारी किए है। रामनगर में 200 से ज्यादा रहवासियों को दुकानें बंद करने को कहा गया है, आदेश का पालन नहीं करने पर लीज निरस्त करने की चेतावनी दी गई है। दरअसल मामला अतिक्रमण की शिकायतों से जुड़ा हुआ है। लगातार जनसुनवाई में हो रही शिकायतों के बाद मप्र गृह निर्माण मंडल का लीज शर्तों की याद आई है। जबकि इन क्षेत्रों में करीब 35 साल से ये दुकानें संचालित हो रही है।
पिछले दिनों संपदा अधिकारी मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल संभाग खंडवा द्वारा रामनगर के 200 से ज्यादा लोगों को नोटिस जारी किए गए है। नोटिस में लिखा है कि आपको विश्व बैंक योजना एवं हुडको योजना जसवाड़ी रोड खंडवा रामनगर में भवन/भूखंड आवंटित है। सहायक यंत्री खंडवा द्वारा स्थल का निरीक्षण करने पर उक्त भवन अथवा भूखंड पर व्यवसायिक उपयोग किए जाने बाबत् अवगत कराया गया है। जो कि मंडल के नियम और लीज की शर्तों का उल्लंघन है। उक्त भवन/भूखंड में किए जा रहे व्यवसायिक उपयोग को 7 दिवस की अवधि में हटाए अन्यथा आपकी लीज निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। नोटिस के बाद क्षेत्र में व्यवसायिक गतिविधियां करने वालों में हडक़ंप मचा हुआ है।
क्षेत्रवासी लगातार कर रहे अतिक्रमण की शिकायत
रामनगर कॉलोनी में व्याप्त अतिक्रमण को लेकर क्षेत्रवासियों द्वारा लगातार शिकायतें की जा रही है। रहवासियों का आरोप है कि हाउसिंग बोर्ड द्वारा क्षेत्र के 150 से अधिक बगीचों की जगह को क्रय कर दिया गया है। क्षेत्र में एक स्कूल भी संचालित हो रही है, जो कि आवासीय भूखंड पर बनी हुई है। इस स्कूल को भी बगीचे की जगह भी आवंटित कर दी गई है। अतिक्रमणों की शिकायत पर कलेक्टर द्वारा जांच के निर्देश भी दिए गए हैै। पिछले दिनों यहां एसडीएम, हाउसिंग बोर्ड अधिकारी, निगम अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी किया गया और एसडीएम ने स्कूल बंद करने के निर्देश भी दिए थे। इसके बावजूद स्कूल संचालित हो रहा है। इन सब शिकायतों के चलते हाउसिंग बोर्ड ने ये कदम उठाया है।
उपनगर के रूप में किया था विकसित
मप्र गृह निर्माण मंडल ने विश्व बैंक योजना के तहत हुडको से सहयोग से रामनगर कॉलोनी को शहर के उपनगर की तर्ज पर विकसित किया था। रामनगर कॉलोनी 70 एकड़ क्षेत्र में बसी हुई है, जिसमें 2500 से ज्यादा प्लाट पर मकान बने हुए है। तत्कालीन समय में ये कॉलोनी शहर से लगभग तीन किमी दूरी पर थी। जिसके चलते इसे उपनगर तो कहा गया, लेकिन यहां व्यवसायिक प्लाटों की कोई व्यवस्था नहीं की गई। रहवासियों ने तत्कालीन समय में अपनी सुविधा के लिए घर के अंदर ही छोटी-छोटी दुकानें खोल ली। कई दुकानें तो 35 से 30 साल पुरानी है। कॉलोनी नगर निगम को हैंडओवर भी हो चुकी है।
नक्शे में आज भी नजर आ रहे बगीचे
शिकायतकर्ता सुभाष जठरे ने बताया कि कॉलोनी विकास के समय यहां 150 से ज्यादा बगीचे भी बनाए गए थे। वर्तमान में चार-पांच बगीचों को छोडकऱ अधिकतर बगीचे गायब हो चुके है। ये बगीचे कॉलोनी के नक्शे पर आज भी मौजूद है। यहां 20 फीट की रोड पूरी कॉलोनी में बनाई गई थी, जो कि अब महज 8 से 10 फीट की रह गई है। इन बगीचों के गायब होने, अतिक्रमण किए जाने की शिकायत की गई है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
किया है नोटिस जारी
हमारे सहायक यंत्री ने क्षेत्र में जांच की थी, आवासीय भूखंडों पर व्यवसायिक गतिविधियां पाई जाने पर नोटिस जारी किया गया है। हमारी लीज की शर्तों का उल्लंघन हुआ है। कॉलोनी में बगीचों पर अतिक्रमण का मामला नगर निगम का है, कॉलोनी नगर निगम को हस्तांतरित की गई है।
एमएल ढाकसे, ईई हाउसिंग बोर्ड खंडवा

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