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कोलकाता. तीन महीने बाद भी इंसाफ नहीं, सडक़ पर उतरे डॉक्टर

महानगर के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी हत्या की घटना के तीन महीने बाद भी न्याय नहीं मिला है। जल्द इंसाफ की मांग को लेकर शनिवार को जूनियर डॉक्टरों ने कोलकाता में बड़ी रैली निकाली। जुलूस में शामिल बैनरों पर लिखा था, 90 दिन बीत गए, और कब तक बिना न्याय के।

कोलकाताNov 09, 2024 / 10:37 pm

Rabindra Rai

कोलकाता. तीन महीने बाद भी इंसाफ नहीं, सडक़ पर उतरे डॉक्टर

कोलकाता. तीन महीने बाद भी इंसाफ नहीं, सडक़ पर उतरे डॉक्टर

आरजी कर घटना: साफ संदेश, जब तक न्याय नहीं मिल जाता, आंदोलन रहेगा जारी

महानगर के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी हत्या की घटना के तीन महीने बाद भी न्याय नहीं मिला है। जल्द इंसाफ की मांग को लेकर शनिवार को जूनियर डॉक्टरों ने कोलकाता में बड़ी रैली निकाली। जुलूस में शामिल बैनरों पर लिखा था, 90 दिन बीत गए, और कब तक बिना न्याय के। वहीं प्रदर्शनकारियों के हाथों में न्याय की मूर्ति थी। जुलूस में शामिल कई लोगों ने सीबीआइ जांच पर सवाल उठाए। उनके हाथों में तख्तियां और पोस्टर थे, जिन पर लिखा था न्याय चाहिए। इस रैली में आम लोगों ने भी भाग लिया।जूनियर डॉक्टरों ने शहर के मध्य स्थित कॉलेज स्क्वायर से एस्प्लेनेड तक रैली निकाली। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का साफ संदेश है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता, वे आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे।

जन चार्जशीट दायर

पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के बैनर तले जूनियर डॉक्टरों ने शहर के सभी मेडिकल कॉलेजों में मंच बनाए, जिन पर नौ अगस्त को महिला चिकित्सक की हत्या की घटना के बाद से जारी विरोध प्रदर्शनों के फोटो, बैनर और पोस्टर प्रदर्शित किए गए। जुलूस के अंत में जनता चार्जशीट दायर की गई। जूनियर डॉक्टर देवाशीष हलदर ने कहा कि हम सड?ों पर उतरेंगे, आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा। न्याय मिलने तक यह आंदोलन जारी रहेगा। डॉक्टरों के इस कार्यक्रम में आम लोगों के अलावा कई प्रतिष्ठित लोग भी शामिल हुए, इनमें चैती घोषाल, देवालीना दत्त, पूर्व न्यायाधीश अशोक गांगली शामिल थे।

बड़ी संख्या में लोग मांग रहे हैं जल्द न्याय: शुभेंदु

भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को दावा किया कि महानगर के आरजी कर अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार और हत्या जैसे अपराधों पर प्रभावी रूप से तभी लगाम लगाई जा सकती है, जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सत्ता से बाहर होंगी। नेता प्रतिपक्ष ने बांकुरा जिले की तालडांगरा सीट से भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार के दौरान यह टिप्पणी की। तालडांगरा राज्य की उन छह विधानसभा सीटों में शामिल है, जहां 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा। शुभेंदु ने कहा कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ बर्बरता की चौंकाने वाली घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। पुलिस आंखें मूंदे बैठी है। यह सिलसिला तभी रुक सकता है, जब ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद से हटेंगी।
उन्होंने कहा कि आरजी कर अस्पताल मामले की पीडि़ता के लिए बड़ी संख्या में लोग त्वरित न्याय की मांग कर रहे हैं और बेहतर होता कि यह मुकदमा राज्य के बाहर चलाया जाता। सुप्रीम कोर्ट ने आरजी कर दुष्कर्म एवं हत्याकांड की सुनवाई पश्चिम बंगाल से बाहर स्थानांतरित करने का अनुरोध खारिज कर दिया है। शीर्ष अदालत ने कहा कि कोलकाता की एक अदालत ने चार नवंबर को मुख्य आरोपी

इस मुद्दे पर राजनीति नहीं हो: कुणाल

दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष ने संवाददाताओं से कहा कि कुछ राजनीतिक दल और संगठन आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नौ अगस्त को हुई घटना को लेकर लोगों को भड?ाने और अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले की जांच अब सीबीआइ कर रही है। हम सभी चाहते हैं कि आरजी कर मामले की पीडि़ता को न्याय मिले, लेकिन इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। पूर्व राज्यसभा सदस्य घोष ने कहा कि इस बात पर गौर किया जा सकता है कि घटना में कथित संलिप्तता के लिए एकमात्र गिरफ्तारी कोलकाता पुलिस ने अपराध के 24 घंटे के भीतर की थी। सीबीआइ ने भी संजय रॉय को मुख्य आरोपी बनाया है।

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