CG News: स्वास्थ्य पर असर
मौसम विभाग के अनुसार मानसून इस बार 10 से 12 जून के आसपास दस्तक देने वाली है। मानसून सप्ताह भर पहले बंगाल की खाड़ी से होकर केरल होते हुए बस्तर तक पहुंची। इसका असर कोरबा जिले में भी पड़ा। इसकी वजह से नौतपा के दिनाें में तेज हवा और रिमझिम बारिश हुई। इसके बाद मानसून थम गई। सिस्टम 10 जून के बाद से एक बार फिर सक्रिय होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इससे मानसून कोरबा जिले में भी दस्तक दे सकती है।
हालांकि कोरबा जिले में सामान्य तौर पर 14 जून के आसपास दस्तक देती है। लेकिन इस बार चक्रवाती सिस्टम जल्दी सक्रिय होने से
मानसून दो से तीन दिन पहले आने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके पहले मौसम साफ हो गया है। शुक्रवार सुबह तेज धूप निकली। दिन चढ़ने के साथ ही तापमान में इजाफा दर्ज किया गया। दोपहर तेज धूप की वजह से लोग घर से बाहर निकलने से बचते रहे। तेज धूप एक बार फिर लोगों को चूभने लगी है।
आम लोगों के साथ किसानों को बेसब्री से मानसून का है इंतजार
इसकी वजह से जरूरी कार्य से बाहर जाने पर लोग स्कार्फ और गमझा का सहारा लिया। छांव की तलाश करते रहे। काम पूरा होने के बाद लोग घर और दुकानों में पंखा, कूलर और एसी की ठंडी हवाओं का सहारा लिया। विगत दिनों हुए बारिश की वजह से वातावरण में नमी बरकरार है। नमी और तेज धूप की वजह से उसम भरी गर्मी बढ़ गई है। इसकी वजह से लोग परेशान हो रहे हैं। मौसम विभाग ने तेज धूप की वजह से अधिकतम तापमान 38 डिग्री दर्ज किया है। वहीं न्यनूतम तापमान २६ डिग्री दर्ज किया गया है। तीन से चार दिन इसी तरह का मौसम रहेगा। इसके बाद मौसम में बदलाव होगा।
सजने लगा छाता और रैन कोट का बाजार
विगत दिनों हुए
मौसम में बदलाव के साथ ही छाता, रैन कोट का बाजार सजने लगा है। कारोबारियों ने नए और आकर्षक रंग-बिरंगी छाता और रैन कोट की खरीदी की गई। इसमें बच्चों और युवा वर्ग के पसंद के अनुसार आकर्षण छाता और रैन कोट मंगाए गए हैं। वहीं हल्की बारिश के साथ ही बाजार में रैन कोट और छाता की मांग बढ़ने लगी है। आने वाले दिनाें में मानसून की दस्तक के साथ ही बाजार में तेजी आएगी। बारिश इस बार पहले शुरू होने से कारोबारियों को बेहतर कारोबार का उम्मीद लगाए हुए हैं।
मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच उमस भरी गर्मी ने लोगाें को किया बेहाल
मौसम में बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। सर्द और गर्म की वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या पहले की अपेक्षा बढ़ गई है। अस्पताल में सर्दी, खांसी, बुखार, उल्टी, दस्त सहित अन्य मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। चिकित्सकों की ओर लोगों को स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी जा रही है। शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों की संख्या 800 से अधिक पहुंच गई है।