पूरन सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी से झगड़ा होने के बाद 10 दिन पहले ससुराल वालों ने उन्हें बीमारी का बहाना बना कर अपनी बेटी को कोटा बुलाया। जब वह कोटा पहुंचे, तो सास-ससुर बीमार नहीं थे, बल्कि उनकी पत्नी को कोटा में ही रोकना चाहते थे।
पूरन सिंह ने कहा कि जब वह अपनी पत्नी को वापस घर ले जाने के लिए वहां पहुंचे, तो ससुराल वालों ने उनके साथ मारपीट कर उन्हें भगा दिया। उनकी पत्नी को कोटा में ही रोक लिया गया और बात भी नहीं करने दी गई। शनिवार को पूरन सिंह को सूचना मिली कि उनका बेटा अनुष पानी के टैंक में डूबकर मर गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह हादसा नहीं, बल्कि उनके बेटे को जानबूझकर मारा गया है।
मामला दर्ज कर जांच शुरू
कुन्हाडी सीआई अरविंद भारद्वाज ने बताया कि पूरन की पत्नी अपने माता-पिता के पास रहती है। यह चौकीदारी का काम करते हैं। वर्तमान में ये लोग एक निर्माणाधीन मकान में चौकीदारी का कार्य कर रहे थे। शनिवार को दो बच्चे खेल रहे थे। इस दौरान एक बच्चा टैंक में गिर गया। बच्चा न मिलने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की।
पूरन के ससुर को लगा कि पूरन बच्चा लेकर कहीं चला गया है। जब उसने पूरन से संपर्क किया, तो उसने मना कर दिया। रविवार सुबह बच्चा टैंक के अंदर मिला। उसे तुरंत जेकेलोन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृग में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।