जेईई एडवांस्ड-2025 परीक्षा शुरू, दोपहर 2.30 से होगी दूसरी शिफ्ट, सिर्फ 18 हजार को ही मिलेगी 23 IIT में सीटें
JEE Advanced-2025 Exam Today : जेईई एडवांस्ड-2025 की परीक्षा राजस्थान सहित देश के 222 शहरों में आज रविवार सुबह 9 बजे से शुरू हो गई है। इस परीक्षा की दूसरी शिफ्ट दोपहर 2.30 से होगी।
कोटा शहर के एक परीक्षा सेंटर पर जेईई एडवांस्ड की परीक्षा देने के लिए कतार में खड़े परीक्षाथी
JEE Advanced-2025 Exam Today : आइआइटी कानपुर की ओर से जेईई एडवांस्ड 2025 रविवार को देश के 222 शहरों में आयोजित होगी। परीक्षा दो शिफ्ट में सुबह 9 से 12 और दोपहर 2.30 से शाम 5.30 बजे तक होगी। इस बार 1.90 से अधिक स्टूडेंट्स ने आवेदन किया है। इस परीक्षा में लगभग 48 हजार विद्यार्थियों को क्वालिफाइड घोषित किया जाएगा। जिन्हें 23 आइआइटी संस्थानों की लगभग 18 हजार सीटें जोसा काउंसलिंग 2025 के तहत आवंटित की जाएंगी। जेईई एडवांस्ड प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होने का अर्थ प्रवेश परीक्षा की दोनों शिफ्ट के प्रश्न पत्रों में सम्मिलित होना है। यदि विद्यार्थी किसी एक शिफ्ट के प्रश्न पत्र में सम्मिलित होता है तो उसकी आंसर-शीट का आंकलन नहीं किया जाता। उसका परिणाम भी घोषित नहीं होता।
जेईई एडवांस्ड प्रवेश परीक्षा के पिछले 3 वर्ष के आंकड़ों के अनुसार, इस प्रवेश परीक्षा में फीमेल कैंडिडेट्स की भागीदारी औसतन 22 फीसद ही है। करीब 78 फीसद हिस्सा मेल कैंडिडेट्स का है।
वर्ष – शामिल विद्यार्थी फीमेल कैंडिडेट्स – भागीदारी2024 – 180200 – 41020 – 22.75 फीसद 2023 – 180372 – 40645 – 22.53 फीसद 2022 – 155538 – 33608 – 21.60 फीसद जयपुर शहर में जेईई परीक्षा के दौरान सुरक्षा के लिए तैनात पुलिसकर्मी।
एक्सपर्ट की सलाह… 75 फीसद अंक नहीं तो भी परीक्षा में शामिल हों विद्यार्थी
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि हाल ही में जारी 12वीं सीबीएसई 2025 के परिणाम में जनरल/ओबीसी/ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के कई विद्यार्थियों को 75 फीसद तथा एससी-एसटी कैटेगरी के कई विद्यार्थियों को 65 फीसद अंक प्राप्त नहीं हुए हैं। ऐसे विद्यार्थियों को भी जेईई एडवांस्ड 2025 में अवश्य सम्मिलित होना चाहिए। क्योंकि इसमें विद्यार्थियों को वास्तविक परीक्षा का अनुभव होगा, जो भविष्य के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। दूसरा, 12वीं बोर्ड की अंक-तालिका की आवश्यकता डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान पड़ती है। तब तक रिचैकिंग के परिणाम से विद्यार्थी का प्रतिशत बढ़ने की संभावना बनी रहती है।