बेल जूस में पाए जाने वाले गुण (Properties found in bael juice)
बेल का फल, जिसे आयुर्वेद में ‘शिव का प्रिय’ माना जाता है, ‘वुड ऐप्पल’ भी कहा जाता है। यह प्राचीन आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसके जूस को पीने से शरीर को ढेरों स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व जैसे विटामिन C, एंटीऑक्सिडेंट्स, बीटा-कैरोटीन, प्रोटीन, थायमिन, विटामिन C (Vitamin C) और राइबोफ्लेविन त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसे भी पढ़ें-
लू से बचने के लिए अपने डाइट में शामिल करें आम पन्ना, जानें इसे बनाने की खास रेसिपी बेल का फल गर्म होता है या ठंडा? (Is the Wood apple fruit hot or cold?)
बेल का फल गर्म होता है, लेकिन इसका जूस शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है। इसलिए, बेल का जूस
गर्मियों में शरीर को ठंडा और हाइड्रेटेड रखता है। बेल का जूस पीने से बॉडी हाइड्रेटेड रहती है और लू लगने की संभावना भी कम होती है।
क्या हम रोजाना बेल का जूस पी सकते हैं (Can we drink wood apple juice daily)
अगर गर्मियों में रोजाना बेल का जूस पीना चाहते हैं, तो यह आपके लिए फायदेमंद होगा, लेकिन ध्यान रखें कि इसे ज्यादा मात्रा में न पिएं। रोजाना एक गिलास बेल जूस पीने से पाचन में सुधार होता है, इम्यूनिटी बढ़ती है, और शरीर को ठंडक मिलती है। बेल से कौन सा रोग ठीक होता है (Which disease is cured by bael)
बेल का
जूस पेट के लिए अच्छा होता है, खासकर दस्त, कब्ज, और एसिडिटी जैसी समस्याओं में। बेल का जूस खून को साफ करने का भी काम करता है, लिहाजा स्किन संबंधी समस्याएं इससे दूर होती हैं।
बेल का जूस रोजाना पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती। बॉडी हाइड्रेटेड रहती है और इससे गर्मियों में हमें डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होती। बेल विटामिन C से भरपूर होता है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से हम बीमारियों और इन्फेक्शन से बच सकते हैं।
बेल का जूस या फल दोनों ही हाई फाइबर से भरपूर होते हैं, जो वेट लॉस में सहायक होते हैं। साथ ही गर्मियों में इसका सेवन करने से लंबे समय तक भूख का एहसास नहीं होता और मीठे खाने की इच्छा भी कम हो जाती है।
बेल जूस बनाने की विधि (How to make Bael Juice)
बेल जूस बनाने के लिए सबसे पहले बेल को अच्छे से छीलकर उसका गूदा निकाल लें। फिर गूदे को पानी में डालकर अच्छे से मिक्स करें और छान लें। स्वाद अनुसार चीनी, शहद या फिर गुड़ मिलाकर ठंडा करके सर्व करें। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।