Food For Increase Hemoglobin: हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सुपरफूड हैं ये 5 सब्जियां, एनीमिया वालों के लिए वरदान
Food For Increase Hemoglobin: हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) का स्तर कम होना एक आम समस्या है। ऐसे में अपने खान-पान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। कुछ आयरन से भरपू सब्जियां को डाइट में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।
Food For Increase Hemoglobin: हीमोग्लोबिन हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य करता है, और इसकी कमी से एनीमिया जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में आयरन से भरपूर आहार का सेवन बेहद आवश्यक हो जाता है। कुछ खास सब्जियां हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में सहायक हो सकती हैं। आइए जानें ऐसी 5 सब्जियों के बारे में जो आयरन से भरपूर हैं और उनके स्वास्थ्य लाभ क्या हैं।
पालक आयरन का एक बेहतरीन स्रोत है। इसमें मौजूद विटामिन C आयरन के अवशोषण को बेहतर बनाने में मदद करता है, जिससे हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ सकता है। यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और एनीमिया से बचाव में सहायक है।
चुकंदर (Beetroot)
चुकंदर में आयरन और फोलेट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने में सहायक होता है। नियमित रूप से चुकंदर का सेवन शरीर में आयरन की कमी को दूर करने में मदद करता है।
ब्रोकोली (Broccoli)
ब्रोकोली आयरन और विटामिन C दोनों का अच्छा स्रोत है। यह न केवल हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि इसमें मौजूद फाइबर पाचन को भी बेहतर बनाता है। यह एक संपूर्ण पोषण से भरपूर सब्जी मानी जाती है।
सहजन की पत्तियां (Drumstick/Moringa Leaves)
सहजन की पत्तियां आयरन, जिंक, मैग्नीशियम और विटामिन C से भरपूर होती हैं। ये हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने के लिए एक प्राकृतिक उपाय मानी जाती हैं। इन्हें पेस्ट बनाकर गुड़ के साथ सेवन करने से लाभ और अधिक बढ़ जाता है।
मूली में भी आयरन और विटामिन C पाया जाता है। यह शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ावा देता है और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में सहायक होता है। साथ ही, मूली में मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद करता है।
सब्जियों के प्रमुख फायदे
इन सभी सब्जियों में आयरन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, जो शरीर में आयरन की कमी को दूर करने में सहायक होता है। यह हीमोग्लोबिन बढ़ाता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन अच्छी तरह पहुंचती है।इनके नियमित सेवन से एनीमिया की समस्या से राहत मिल सकती है और शरीर की ऊर्जा व प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार होता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।