अमरूद तो आपने खूब खाया होगा, लेकिन उसकी पत्तियों को चबाकर खाना भी आपकी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचा सकता है। आयुर्वेद में अमरूद की पत्तियों का उपयोग वर्षों से होता आ रहा है, खासकर पेट, त्वचा, दांत और डायबिटीज जैसी समस्याओं में। आइए जानते हैं अमरूद की पत्तियों को चबाने से मिलने वाले 8 जबरदस्त फायदे।
दांतों और मसूड़ों की समस्या में फायदेमंद
पाचन को बनाए दुरुस्त
अमरूद की पत्तियां पाचन क्रिया को मजबूत बनाती हैं और गैस, बदहजमी और पेट दर्द जैसी समस्याओं में राहत देती हैं। इन पत्तियों में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट तत्व आंतों को साफ रखते हैं। खासकर खाने के बाद चबाना ज्यादा फायदेमंद होता है।डायरिया और लूज मोशन में राहत
अगर आपको बार-बार दस्त या लूज मोशन की समस्या रहती है तो अमरूद की पत्तियों को चबाना बेहद असरदार उपाय हो सकता है। इनमें ऐसे तत्व होते हैं जो आंतों में बैक्टीरिया की वृद्धि को रोकते हैं। इन पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीना भी मदद करता है।डायबिटीज को कंट्रोल करने में सहायक
अमरूद की पत्तियां ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करती हैं और इंसुलिन की प्रभावशीलता बढ़ाती हैं। सुबह खाली पेट अमरूद की 3-4 पत्तियां चबाने से लाभ मिलता है।वजन घटाने में मददगार
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो अमरूद की पत्तियों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। ये मेटाबॉलिज्म को तेज करती हैं और फालतू चर्बी को घटाने में मदद करती हैं। इसलिए रोजाना इन पत्तियों की चाय या काढ़ा पीना असरदार होता है।स्किन को बनाए ग्लोइंग और साफ
अमरूद की पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा की गहराई से सफाई करते हैं और एक्ने, पिंपल्स और दाग-धब्बों से राहत दिलाते हैं। इनकी पत्तियों को पीसकर फेस पैक की तरह भी लगाया जा सकता है।दिमाग को बनाए तेज
इन पत्तियों में मौजूद विटामिन B3 और B6 दिमागी गतिविधियों को बढ़ाते हैं और ब्रेन फंक्शन को बेहतर करते हैं। इससे याददाश्त मजबूत होती है और तनाव भी कम होता है। सुबह खाली पेट चबाना या पत्तियों की चाय पीना लाभकारी है।इम्युनिटी बढ़ाने में असरदार
इन पत्तियों में एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन C होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इससे शरीर बीमारियों से लड़ने की ताकत पाता है। रोजाना 2-3 पत्तियां चबाना बहुत फायदेमंद है।ध्यान रखें
-शुरुआत में कम मात्रा में ही सेवन करें।-गर्भवती महिलाएं डॉक्टर की सलाह से ही सेवन करें।
-अगर कोई एलर्जी या तकलीफ महसूस हो, तो सेवन न करें। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।