Hotel Star Rating: 5 स्टार होटल और 1, 2, 3, 4 स्टार होटल में क्या होता है अंतर, समझिए
Hotel Star Rating In India: भारत में होटल स्टार रेटिंग सिस्टम क्या है? जानिए 1 स्टार से लेकर 5 स्टार होटल तक के बीच क्या होता है फर्क, कौन-कौन सी सुविधाएं अनिवार्य होती हैं और किस रेटिंग के लिए क्या होती हैं शर्तें? आसान भाषा में पूरी जानकारी।
Hotel Star Rating In India (Image Source: Patrika.com)
Hotel Star Rating In India: जब भी हम कहीं घूमने का प्लान बनाते हैं तो होटल की बुकिंग करते समय अक्सर ‘स्टार रेटिंग’ पर ध्यान देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन स्टार्स का मतलब क्या होता है? भारत सरकार के पर्यटन विभाग (Department of Tourism) द्वारा होटलों को 1 स्टार से लेकर 5 स्टार डीलक्स तक की रेटिंग दी जाती है। इस रेटिंग को तय करने के लिए Hotels and Restaurants Approval and Classification Committee (HRACC) बनाई गई है, जिसकी अध्यक्षता डायरेक्टर जनरल (D.G.) टूरिज्म करते हैं। आइए आसान भाषा में समझते हैं कि 1 स्टार होटल से लेकर 5 स्टार होटल तक में क्या खास अंतर होता है।
हर होटल को क्लासिफिकेशन के लिए कम से कम 10 किराए पर देने योग्य कमरे होने चाहिए। इसके अलावा कमरों और बाथरूम का न्यूनतम साइज नीचे दिए गए टेबल के हिसाब से होना चाहिए।
कैटेगरी
सिंगल रूम
डबल रूम
बाथरूम
5 स्टार/5 स्टार डीलक्स
180 वर्ग फीट
200 वर्ग फीट
45 वर्ग फीट
4 स्टार/3 स्टार
120 वर्ग फीट
140 वर्ग फीट
36 वर्ग फीट
2 स्टार/1 स्टार
100 वर्ग फीट
120 वर्ग फीट
30 वर्ग फीट*
* 1 और 2 स्टार के लिए बाथरूम क्षेत्र स्थानीय नियमों पर आधारित हो सकता है।
1 स्टार होटल का मतलब क्या होता है?
कम से कम 10 कमरे होने चाहिए, जिनमें 25% कमरे अटैच बाथरूम के साथ हों।
बाकी कमरों के लिए हर चार कमरे पर एक बाथरूम जरूरी है। कमरे छोटे लेकिन साफ होने चाहिए और सभी में सीलिंग फैन और वेंटिलेशन होना चाहिए। रिसेप्शन और टेलीफोन सुविधा होनी चाहिए।
2 स्टार होटल का मतलब क्या होता है?
कम से कम 10 कमरे, जिनमें से 75% अटैच बाथरूम के साथ हों। 25% कमरे एयर कंडीशंड होने चाहिए। हर कमरे में अगर टेलीफोन न हो तो कम से कम फ्लोर पर एक टेलीफोन और कमरे में कॉल बेल होनी चाहिए।
स्टाफ को ट्रेंड और रिसेप्शन डेस्क को प्रोफेशनल होना चाहिए।
3 स्टार होटल का क्या मतलब होता है?
कम से कम 20 कमरे, जिनमें से कम से कम 50% कमरे A.C. होने चाहिए।
बाकी कमरे वेंटिलेशन और सीलिंग फैन से लैस होने चाहिए। फर्नीचर, रूम सर्विस, रेस्ट्रॉन्ट और लॉबी की क्वालिटी बेहतर होती है। सेवाएं 4 स्टार होटल से मिलती-जुलती होती हैं।
4 स्टार होटल से क्या तात्पर्य है?
5 स्टार जैसी ही अधिकतर सुविधाएं होती हैं लेकिन कुछ भिन्नताएं रहती हैं।
सभी पब्लिक एरिया एयर-कंडीशंड होते हैं। स्विमिंग पूल की आवश्यकता नहीं होती और 50% गेस्ट रूम्स में बाथटब या गेस्ट बाथ नहीं होता। लॉबी, रेस्ट्रॉन्ट, स्टाफ सर्विस और फर्नीचर का स्तर हाई होता है।
5 स्टार और 5 स्टार डीलक्स होटल
कम से कम 25 कमरे, सभी मॉडर्न बाथरूम के साथ अटैच होने चाहिए। होटल की डिजाइन, लोकेशन और निर्माण में प्रीमियम क्वालिटी होनी चाहिए। सभी पब्लिक और प्राइवेट एरिया सेंट्रल एयर कंडीशंड और कारपेटेड होने चाहिए।
स्विमिंग पूल होना अनिवार्य है, जिसमें लाइफगार्ड मौजूद हों। गेस्ट और सर्विस लिफ्ट 24 घंटे चालू होनी चाहिए। 4 मंजिल से ज्यादा होने पर एस्केलेटर भी जरूरी। शानदार लॉबी, लेडीज और जेंट्स क्लोक रूम्स होने चाहिए।
रिसेप्शन, कैश और इन्फॉर्मेशन काउंटर 24×7 चालू होने चाहिए जिन्हें प्रोफेशनल स्टाफ संभाले। 24 घंटे मनी एक्सचेंज की सुविधा होनी चाहिए। शॉपिंग आर्केड होना चाहिए जिसमें फ्लावर शॉप, ब्यूटी पार्लर, बार्बर शॉप, बुक शॉप, एंटीक शॉप और ट्रैवल एजेंसी होनी चाहिए।
हर कमरे में हाई-स्पीड वाई-फाई, स्मार्ट टीवी, और मिनी-बार होना चाहिए। स्पेशलिटी रेस्तरां जिसमें अलग-अलग प्रकार के खाने मिलें। बार या परमिट रूम अनिवार्य (जैसा कानून कहे)। नेशनल और इंटरनेशनल किचन और F&B (Food and Beverage) सर्विस सबसे उच्च स्तर की होनी चाहिए।
पैंट्री और कोल्ड स्टोरेज की आधुनिक व्यवस्था होनी चाहिए। 24×7 रूम सर्विस, कॉफी शॉप और गर्म/ठंडा पानी उपलब्ध हो। लॉन्ड्री और क्लीनिंग की सुविधा हो। हर कमरे में थर्मस फ्लास्क में ठंडा पानी उपलब्ध रहना चाहिए।
हाउसकीपिंग उच्च स्तर की होनी चाहिए जिसमें साफ-सुथरे तौलिए, चादरें, कंबल शामिल हों। होटल में बिजनेस सेंटर की सुविधा होनी चाहिए। वाहनों के लिए पर्याप्त पार्किंग उपलब्ध होनी चाहिए। प्रोफेशनल, स्मार्ट और अच्छे कम्युनिकेशन वाले स्टाफ की मौजूदगी अनिवार्य है।
कैसे होती है रेटिंग?
होटलों को स्टार रेटिंग देने से पहले HRACC द्वारा कमरों की साइज, बाथरूम एरिया, सुविधाएं, स्टाफ क्वालिटी, सेवाएं और बिल्डिंग की बनावट जैसे कई मापदंडों पर जांच की जाती है। एक बार होटल रेटिंग पाने के बाद सरकार की ओर से उसे कुछ विशेष सुविधाएं और टैक्स में छूट भी मिलती है।
अब जब भी आप होटल बुक करें तो स्टार रेटिंग का मतलब जरूर समझें। हर स्टार की अपनी एक क्वालिटी होती है। अगर आप आरामदायक और लग्जरी अनुभव चाहते हैं तो 5 स्टार होटल बेस्ट है, लेकिन बजट ट्रिप पर 2 या 3 स्टार होटल भी सुविधाजनक हो सकते हैं।