लखनऊ, सोनभद्र ,सुल्तानपुर और मथुरा समेत कई जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट, जानिए आपके इलाके में क्या है स्थिति
पर्वतीय क्षेत्रों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर फिलहाल थमने वाला है। इसके कारण उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अब कोई नया मौसमीय सिस्टम सक्रिय नहीं रहेगा। इससे अगले सप्ताह गर्म और शुष्क हवाएं मैदानी भागों में तेज चलेंगी, जिससे गर्मी की तीव्रता और बढ़ जाएगी। राजस्थान के सीमावर्ती जिलों से शुरू होने वाली यह गर्म हवाएं पूरे उत्तर प्रदेश को प्रभावित करेंगी।लखनऊ में 3 जून को बारिश की संभावना: प्रचंड गर्मी से राहत की उम्मीद
मौसम विभाग के अनुसार आगामी सप्ताह में प्रदेश भर में लू (Heatwave) चलने की भी संभावना है। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, आगरा, झांसी, बरेली, अलीगढ़ समेत पश्चिमी और मध्य यूपी के जिलों में तापमान 46 से 47 डिग्री तक जा सकता है।क्या कहता है मौसम विज्ञान विभाग
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक शुक्रवार से लेकर अगले पांच दिन उत्तर प्रदेश में शुष्क मौसम बना रहेगा। प्रदेश में नमी लाने वाले किसी भी बड़े सिस्टम के सक्रिय होने की संभावना नहीं है।आईएमडी के अनुसार बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं है। दिन का तापमान सामान्य से 4-6 डिग्री ऊपर रहेगा। रात का तापमान भी सामान्य से ऊपर बना रहेगा, जिससे लोगों को रात में भी राहत नहीं मिलेगी। लू चलने की चेतावनी जारी की गई है।
लखनऊ मंडल समेत आसपास जिलों के मौसम का जानिए ताजा अपडेट
लखनऊ स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. ए के सिंह के अनुसार, “पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति के कारण अगले 5 से 7 दिन गर्मी के लिहाज से चुनौतीपूर्ण होंगे। राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश से आ रही गर्म और शुष्क हवाएं यूपी के मैदानी हिस्सों में तापमान को बढ़ा रही हैं।”
इन जिलों में लू का सबसे ज्यादा असर
- मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, यूपी के ये जिले सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे:
- लखनऊ मंडल: लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, बाराबंकी
- पूर्वी यूपी: प्रयागराज, वाराणसी, जौनपुर, भदोही, मिर्जापुर
- पश्चिमी यूपी: आगरा, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, अलीगढ़, हाथरस
- बुंदेलखंड: झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, चित्रकूट
राजस्थान के सीमावर्ती जिलों से आ रही हैं गर्म हवाएं
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस समय राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर और आसपास के इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है। वहां से उठने वाली गर्म और शुष्क हवाएं उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों तक पहुंच रही हैं। इसी कारण यूपी में दिन के तापमान में तेज वृद्धि देखी जा रही है। पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर होने से पहाड़ों में भी नमी और बादलों की आपूर्ति थम गई है, जिससे मैदानों में तपिश और ज्यादा बढ़ गई है।लखनऊ, बाराबंकी 1 से 3 जून तक आंधी, बारिश और वज्रपात की संभावना
5 दिन नहीं होगी एक बूंद बारिश
आईएमडी के मुताबिक अगले पांच दिनों तक उत्तर प्रदेश में कहीं भी बारिश की कोई संभावना नहीं है। नमी की कमी और तेज धूप के कारण दिन के समय वातावरण और अधिक गर्म रहेगा। रात को भी गर्म हवाओं के कारण तापमान में गिरावट नहीं होगी। इसके चलते लोगों को रात के समय भी बेचैनी का अनुभव होगा। मौसम विभाग के मुताबिक, 8 जून से 12 जून के बीच यूपी के किसी भी जिले में वर्षा होने के संकेत नहीं मिले हैं। हालांकि 13 जून के बाद कुछ क्षेत्रों में प्री-मानसून की हल्की वर्षा की संभावना बन सकती है, लेकिन तब तक भीषण गर्मी से राहत नहीं मिलेगी।मानसून में हो सकती है देरी
- पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने और चक्रवातीय परिसंचरण की कमी से मानसून की प्रगति पर भी असर पड़ सकता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यदि अगले कुछ दिन गर्म हवाओं का दबाव इसी तरह बना रहा तो मानसून के आगमन में कुछ दिन की देरी हो सकती है।
- उत्तर प्रदेश में सामान्यत: मानसून 20 जून के आसपास प्रवेश करता है। इस बार अनुमान है कि मानसून की चाल थोड़ी धीमी हो सकती है।
लोगों को बरतनी होगी सावधानी
- मौसम विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को इस दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है:
- दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक धूप में न निकलें।
- हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें।
- अधिक मात्रा में पानी और तरल पदार्थ का सेवन करें।
- घरों में पंखे, कूलर, एसी का सही उपयोग करें।
- बाहर जाने की स्थिति में सिर को कपड़े या टोपी से ढकें।
- बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान दें।