हादसे का विवरण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार तेज रफ्तार में थी और अचानक नियंत्रण खो बैठी। कार सीधे मंदिर की दीवार को तोड़ती हुई अंदर जा घुसी। हादसे के समय मंदिर में सन्नाटा पसरा हुआ था, क्योंकि सुबह के समय अधिकतर भक्त पूजा-अर्चना के लिए नहीं पहुंचे थे। इस वजह से एक बड़ा हादसा टल गया।
पुलिस की तत्परता
सूचना मिलते ही तालकटोरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बिना देर किए कार में फंसे तीनों युवकों को बाहर निकाला। घायल युवक को प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया, जबकि बाकी दो युवक सुरक्षित हैं। पुलिस ने अनियंत्रित कार को जब्त कर लिया है और थाने ले गई है। प्राथमिक जांच में खुलासा
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि कार की तेज रफ्तार और चालक का नियंत्रण खो देना इस दुर्घटना का मुख्य कारण था। हालांकि, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या चालक नशे की हालत में था या फिर किसी तकनीकी खराबी के चलते यह हादसा हुआ। कार के मालिक और चालकों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
मंदिर के पुजारी और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली कि हादसे के समय कोई भक्त वहां मौजूद नहीं था। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि इस क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
सुरक्षा के उपायों पर जोर
इस घटना के बाद क्षेत्रीय प्रशासन भी हरकत में आया है। यातायात विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि दुर्घटनास्थल के आस-पास सुरक्षा के उपाय बढ़ाए जाएं। सड़क पर स्पीड लिमिट के संकेत और सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। राजाजीपुरम की यह घटना एक चेतावनी है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन कितना जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है। सौभाग्यवश इस बार कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है।