रिकॉर्ड नहीं दिखा पाए संचालक
अवैध मदरसों के संचालक कोई रिकार्ड नहीं दिखा पाये। मदरसों में पढ़ रहे बच्चों की जानकारी नहीं दी। मदरसा संचालकों ने प्रशासन को बताया कि मदरसे बंद हो चुके हैं। वह कोचिंग चलाते हैं। बच्चे स्कूलों में पढ़ते हैं। लेकिन कोचिंग का भी रिकार्ड नहीं था। कुछ मदरसे मस्जिदों में चल रहे थे। यहां कोतवाल नरेश चौहान, खटीमा कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी, कोतवाल झनकइया देवेन्द्र गौरव, कोतवाल किच्छा धीरेंद्र कुमार, इंसपेंक्टर अनिल उपाध्याय, एसओ पुलभट्टा प्रदीप मिश्रा, एसएसआई विक्रम सिंह धामी, खटीमा विरेंद्र सजवाण, कानूनगो खटीमा राजकुमार व ऋषपाल सिंह, नवनीत सिंह चौहान, संजय कुमार, आनंद शर्मा मौजूद रहे। ये भी पढ़ें-
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मदरसों पर कार्रवाई के दौरान विरोध और कानून व्यवस्था खतरे में पड़ने की आशंका थी। इसी को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने ये कार्रवाई पूरी तरह से गोपनीय रूप से संपन्न कराई। मौके पर पहुंचने से पहले किसी भी व्यक्ति को इतीन बड़ी कार्रवाई की भनक तक नहीं लगने दी गई। मंगलवार दोपहर 11 बजे कोतवाली में आसपास के थानों की पुलिस, पीएसी, फायर ब्रिगेड के वाहन पहुंचे। कुछ देर में खटीमा, नानकमत्ता, सितारगंज के अफसर पहुंचे थे।