शांतिपूर्ण ढंग से त्योहार मनाने की अपील
संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई जुमे की नमाज को लेकर खुद निगरानी कर रहे हैं। उनका कहना है कि इसे लेकर सतर्कता बरती जा रही है। पीएसी और अन्य पुलिस बलों को सुरक्षा में लगाया गया है । सभी से पीस कमेटी की बैठक में अपील की जा चुकी है कि वह शांतिपूर्ण ढंग से त्योहार मनाएं। सोशल मीडिया पर निगरानी की जा रही है।अमरोहा में ड्रोन से निगरानी
अमरोहा के पुलिस अधीक्षक अमित आनन्द ने कहा कि अलविदा की नमाज को पर्याप्त पुलिस बल को तैनात किया गया है। सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है। पीस की कमेटी की मीटिंग की जा चुकी है। इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से निगरानी हो रही है। आपत्तिजनक और भ्रामक सूचना फैलाने वाले के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।संवेदनशील स्थल चिह्नित
मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताड़ा ने बताया कि अलविदा और ईद उल फितर को लेकर सभी संभ्रांत नागरिकों से बात की गई है। पुलिस के साथ अन्य विभाग शामिल है। सबको बताया गया है। सभी को शासन के निर्देशों को बताया गया है। सभी ने आश्वासन दिया गया है कि निर्देशों का पालन किया जाएगा। इलाके के संवेदनशील स्थलों को चिन्हित किया गया है। वहां अतिरिक्त फोर्स लगाई गई है। पुलिस और आरएएफ का निरंतर फ्लैग मार्च हो रहा है। ड्रोन सीसीटीवी के जरिए से भी देखा जा रहा है।सोशल मीडिया पर भी निगरानी
इसके अलावा सोशल मीडिया से निगरानी हो रही है। जो भी संदिग्ध हैं। उन्हें चेतावनी भी दी जा रही है। अभी तक कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है। मेरा सभी से निवेदन है कि सभी लोग शांति और सौहार्द के साथ इस त्योहार को मनाएं जो भी दिशा निर्देश हो उसका पालन करें। पुलिस प्रशासन आपके सहयोग के लिए है। कहीं कोई अफवाह फैलाता है तो तुरंत पुलिस को अवगत कराएं। तुरंत पुलिस आपकी मदद करेगी। बरेली में भी पुलिस ने जुमा की नमाज को लेकर फ्लैग मार्च किया है। पुलिस सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से निगरानी कर रही है। पुलिस फोर्स लगातार हर गतिविधियों पर निगाह बनाए हुए है।प्रतापगढ़ में युवती की संदिग्ध मौत पर भारी बवाल, पुलिस लाठीचार्ज के बाद भीड़ का तांडव…CO का सिर फटा, कई पुलिसकर्मी हुए घायल
उधर, रायबरेली में सीओ ने बताया कि अलविदा की नमाज के लिए पुलिस पीएसी और अन्य फोर्स द्वारा जहां भी सेंसेटिव इलाका है वहां पर पेट्रोलिंग की गई है। पीस कमेटी की मीटिंग में हिंदू, मुस्लिम धर्मगुरुओं से बातचीत की गई है। शासन के निर्देशों को बताया गया है। जहां पर मस्जिद है वहां पर फोर्स लगाई गई है। पूर्व की तरह ही सड़कों पर कोई नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। जो भी नमाज होगी, वह मस्जिदों में ही आयोजित होगी।सोर्स: IANS