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लखनऊ

Tiger रेस्क्यू अभियान : प्रमुख सचिव ने किया निरीक्षण, मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने पर जोर

Tiger Rescue: रहमान खेड़ा में बाघ रेस्क्यू अभियान का निरीक्षण करने प्रमुख सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन अनिल कुमार पहुंचे। उन्होंने टीम को बाघ को सुरक्षित रेस्क्यू करने के निर्देश दिए। साथ ही, मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान तेज करने पर जोर दिया। ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई।

लखनऊJan 26, 2025 / 08:39 am

Ritesh Singh

रहमान खेड़ा में वन विभाग की टीम सक्रिय

रहमान खेड़ा में वन विभाग की टीम सक्रिय

 Tiger Rescue Operation: रहमान खेड़ा क्षेत्र में बाघ रेस्क्यू अभियान का निरीक्षण करने के लिए प्रमुख सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन अनिल कुमार पहुंचे। उन्होंने अभियान की समीक्षा की और टीम को बाघ को सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ ही, मानव और वन्यजीव के बीच संघर्ष को रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान को मजबूत बनाने के निर्देश भी दिए।
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वन विभाग की तैयारी और रेस्क्यू अभियान की प्रगति

कैमरा ट्रैप और ट्रैपिंग केज का उपयोग

वन विभाग की टीम ने बाघ के गतिविधियों की निगरानी के लिए कैमरा ट्रैप और ट्रैपिंग केज लगाए हैं। डीएफओ सितांशु पांडेय ने जानकारी दी कि बंशीगढ़ी के जंगलों में बाघ के ताजे पगचिह्न मिले हैं। यह स्थान रहमान खेड़ा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर है।
Tiger Rescue Campaign

पिछली घटनाएं और बाघ की पहचान

चार दिन पहले, बाघ ने संस्थान के पिटफॉल के पास एक पड़वे का शिकार किया था। उसके बाद से क्षेत्र में कोई ताजा शिकार नहीं किया गया है। डीएफओ बाराबंकी आकाशदीप बधावन और अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. रेणु सिंह ने भी अभियान का जायजा लिया और टीम को निर्देशित किया।
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जन जागरूकता अभियान का फोकस

वन विभाग ने ग्रामीण इलाकों में जन जागरूकता अभियान तेज किया है। बंशीगढ़ी गांव और उसके पास के गोखौरा, गोपरामऊ, बीघापुर जैसे गांवों में यह अभियान चलाया गया। ग्रामीणों को बाघ से बचाव के उपाय बताए गए और सतर्क रहने की सलाह दी गई।
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ग्रामीणों को यह भी बताया गया कि बाघ के क्षेत्र में प्रवेश करने पर शांति बनाए रखें और वन विभाग को तुरंत सूचित करें। वन विभाग ने मानव-बाघ संघर्ष को रोकने के लिए कई जागरूकता सामग्री भी वितरित की।

प्रमुख सचिव ने दिए ये निर्देश

निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव अनिल कुमार ने वन विभाग की टीम को निर्देश दिया कि बाघ को बिना किसी नुकसान के सुरक्षित रेस्क्यू करना प्राथमिकता होनी चाहिए। ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए और प्रभावी कदम उठाए जाएं। क्षेत्र में वन्यजीवों और इंसानों के बीच संघर्ष रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं।
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उन्होंने कहा, “वन्यजीव संरक्षण के साथ मानव सुरक्षा भी हमारी जिम्मेदारी है। टीम को सभी उपकरणों और रणनीतियों के साथ तैयार रहना चाहिए।”

बाघ की गतिविधियों पर नजर

वन विभाग द्वारा लगाए गए कैमरा ट्रैप और ट्रैपिंग केज से बाघ की स्थिति का पता लगाया जा रहा है। रहमान खेड़ा और बंशीगढ़ी क्षेत्र में बाघ की गतिविधियों का विश्लेषण करने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम भी तैनात की गई है।
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संघर्ष रोकने के लिए आगे की योजना

  • ग्रामीणों की भागीदारी: ग्रामीणों को वन्यजीव संरक्षण के महत्व और संघर्ष को रोकने के तरीकों के बारे में शिक्षित करना।
  • तकनीकी उपकरणों का उपयोग: बाघ की गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए अत्याधुनिक उपकरणों और तकनीकों का उपयोग।
  • विशेष टीमों की तैनाती: वन विभाग ने इस क्षेत्र में विशेषज्ञों और प्रशिक्षित कर्मियों की टीम तैनात की है।

मुख्य बिंदु

  • प्रमुख सचिव का निरीक्षण: अनिल कुमार ने अभियान की प्रगति की समीक्षा की और दिशा-निर्देश दिए।
  • कैमरा ट्रैप और ट्रैपिंग केज: बाघ की गतिविधियों की निगरानी के लिए उपकरण लगाए गए।
  • चार दिन पुरानी घटना: बाघ ने पिटफॉल क्षेत्र में पड़वे का शिकार किया, लेकिन उसके बाद कोई शिकार दर्ज नहीं हुआ।
  • ग्रामीणों को सतर्क किया गया: जन जागरूकता अभियान के तहत ग्रामीणों को सतर्क रहने के उपाय बताए गए।
  • वन विभाग की प्राथमिकता: मानव और वन्यजीव संघर्ष को रोकने और बाघ को सुरक्षित रेस्क्यू करने पर जोर।

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