घटना की जानकारी मिलते ही हरकत में आई पुलिस
बच्ची की मां जब काफी देर तक उसे ढूंढती रही और फिर बच्ची रोती हुई घर लौटी, तो उसने मां को आपबीती बताई। बेटी की हालत सुनकर मां के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने तत्काल मलिहाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सूचित यादव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 65(2) बीएनएस, पॉक्सो एक्ट की धारा 5m/6 और एससी/एसटी एक्ट की धारा 3(2)v के तहत मुकदमा पंजीकृत किया।
पुलिस की तत्परता: 10 घंटे में गिरफ्तारी
आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने तुरंत टीमें गठित कीं। मुखबिर की सटीक सूचना पर बदौरा मोड़ के पास दबिश दी गई और आरोपी सूचित यादव को सुबह 7:30 बजे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस टीम में अति निरीक्षक सुरेंद्र प्रसाद मिश्रा, वरिष्ठ उप निरीक्षक संजय यादव, उप निरीक्षक सलामुल्लाह खां और कांस्टेबल रवि यादव शामिल रहे।
कोर्ट में पेशी, कानूनी कार्यवाही जारी
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। फिलहाल मामले की विवेचना जारी है और पीड़िता के मेडिकल परीक्षण के बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी की जा रही है।
कोर्ट परिसर और स्थानीय प्रशासन सख्त
इस घटना के बाद न सिर्फ मलिहाबाद थाना क्षेत्र बल्कि पूरे लखनऊ कमिश्नरेट में सुरक्षा और सतर्कता को लेकर पुलिस ने रुख सख्त किया है। थाना क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है और ग्रामीण इलाकों में बालिकाओं की सुरक्षा को लेकर विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।
समाज में फैली नाराज़गी, प्रशासन से सख्ती की मांग
घटना की खबर फैलते ही क्षेत्रीय जनता में आक्रोश फैल गया। समाजसेवी संगठनों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपी को जल्द से जल्द सख्त से सख्त सजा दी जाए ताकि ऐसे अपराधियों में कानून का भय बना रहे।
मासूम की हालत स्थिर, काउंसलिंग की व्यवस्था
बच्ची की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। प्रशासन और चाइल्ड वेलफेयर डिपार्टमेंट की ओर से उसकी काउंसलिंग की व्यवस्था की गई है ताकि इस मानसिक आघात से वह उबर सके। चिकित्सकों और मनोवैज्ञानिकों की एक टीम बच्ची की मानसिक स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
प्रशासन की अपील: अपराध की सूचना तुरंत दें
पुलिस ने आमजन से अपील की है कि यदि कहीं भी बच्चों के साथ किसी प्रकार की अप्राकृतिक हरकत या शोषण की जानकारी मिलती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस का दावा है कि वह ऐसे मामलों में त्वरित और कठोर कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।