UP Tourism: यूपी में पर्यटन को नई उड़ान! 14 प्रमुख होटलों का होगा निजीकरण और उन्नयन
Heritage Tourism: उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के 14 प्रमुख राही पर्यटक आवास गृहों के संचालन को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने जा रही है। यूपीएसटीडीसी (उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम) इन होटलों को 15 साल की लीज पर देकर आधुनिक सेवाएं उपलब्ध कराएगा। यह कदम न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा बल्कि राजस्व में भी वृद्धि करेगा।
UP Tourism Yogi Government: उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के पर्यटन को वैश्विक स्तर पर उन्नत बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन को मिशन मानते हुए उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (UPSTDC) ने प्रदेश के 14 प्रमुख राही पर्यटक आवास गृहों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप संचालित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह कदम पर्यटकों को उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने और पर्यटन क्षेत्र में राजस्व वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के 14 प्रमुख राही पर्यटक आवास गृहों को 15 वर्षों की लीज पर दिए जाने की तैयारी हो रही है। इनमें निम्नलिखित शहरों के राही पर्यटक आवास गृह शामिल हैं:
आगरा (ताजगंज स्थित ताज खेमा)
फतेहपुर सीकरी
बिठूर (कानपुर)
गाजीपुर
नवाबगंज (उन्नाव)
झांसी
बरेली
बदायूं
दोहरीघाट (मऊ)
गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़)
कन्नौज
मीरजापुर
शाहजहांपुर
कानपुर देहात (रनिया)
पर्यटकों को मिलेंगी अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं
इन पर्यटक आवास गृहों में आधुनिक सुविधाओं को शामिल किया जाएगा, जिससे घरेलू और विदेशी पर्यटकों को विश्वस्तरीय अनुभव मिल सके। इसमें उच्च गुणवत्ता वाले होटल कमरे, आधुनिक रेस्तरां, कॉन्फ्रेंस हॉल, बैंक्वेट हॉल और लॉन जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।
आगरा: ताज महल के पूर्वी गेट के समीप स्थित ताज खेमा में 6 कमरे, रेस्तरां और लॉन जैसी सुविधाएं।
बिठूर: नानाराव पेशवा स्मारक पार्क स्थित राही पर्यटक आवास गृह में 8 कमरे, रेस्तरां और लॉन।
गाजीपुर: वाराणसी रोड स्थित छावनी लाइन पर स्थित पर्यटक आवास गृह।
बरेली: गांधी उद्यान के समीप स्थित सिविल लाइंस का पर्यटक आवास गृह।
बदायूं: सिविल लाइंस में स्थित पर्यटक आवास गृह।
गढ़मुक्तेश्वर: 3 कमरों वाला पर्यटक आवास गृह।
कन्नौज: मकरंद नगर स्थित पर्यटक आवास गृह में 4 कमरे।
शाहजहांपुर: 4 कमरों वाला पर्यटक आवास गृह।
रनिया (कानपुर देहात): 4 कमरों वाला पर्यटक आवास गृह।
यूपीएसटीडीसी के इस कदम से पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और इससे राज्य सरकार के राजस्व में भी वृद्धि होगी। उच्च गुणवत्ता की सेवाएं मिलने से अधिक पर्यटक आकर्षित होंगे, जिससे पर्यटन स्थलों पर गतिविधियां बढ़ेंगी।
69 कमरों की होगी अतिरिक्त सुविधा
यूपीएसटीडीसी की इस योजना के तहत नवाबगंज, झांसी, फतेहपुर सीकरी और मीरजापुर में कुल 69 कमरे उपलब्ध कराए जाएंगे।
नवाबगंज पक्षी विहार: 10 कमरे, रेस्तरां, कॉन्फ्रेंस हॉल और बैंक्वेट हॉल।
फतेहपुर सीकरी: 24 कमरे, रेस्तरां, कॉन्फ्रेंस हॉल और लॉन।
मीरजापुर: 16 कमरे, रेस्तरां और लॉन।
झांसी: वीरांगना पर्यटक आवास गृह में 19 कमरे, रेस्तरां, कॉन्फ्रेंस हॉल और लॉन।
15 वर्षों की लीज पर होगा संचालन
इस परियोजना के तहत ऑपरेटर्स को 15 वर्षों की लीज पर इन होटल संपत्तियों का संचालन सौंपा जाएगा। यदि ऑपरेटर्स की सेवा संतोषजनक रहती है और संपत्ति का रखरखाव उचित ढंग से किया जाता है, तो इसे 15 वर्षों के लिए और बढ़ाया जा सकता है।
इस पहल से उत्तर प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को नया आयाम मिलेगा। पर्यटकों को उच्च गुणवत्ता की सुविधाएं उपलब्ध कराने से राज्य का पर्यटन उद्योग और अधिक सशक्त होगा। इससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
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